नर्मदा पुलिस ने फर्जी प्रमाण पत्र और मार्कशीट बनाकर बेचने वाली महिला को गिरफ्तार किया है। महिला ने फर्जी पीएचडी सर्टिफिकेट 3 लाख रुपए तक में बेचें हैं।यह जाल इन्होने पुरे देश भर में फैला रखा है।
नई दिल्ली । गुजरात की नर्मदा पुलिस ने मंगलवार को एक 30 वर्षीय महिला को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही फर्जी प्रमाण पत्र और मार्कशीट के कथित राष्ट्रव्यापी रैकेट की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। बता दें कि बिरसा मुंडा विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने इसकी शिकायत की थी, जिसके बाद मामला सामने आया। नई दिल्ली में गिरफ्तार आरोपी महिला का पीछा करने वाली पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला के विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के साथ भी संबंध थे और उसने 2020 से लेकर अब तक 1000 से अधिक नकली प्रमाण पत्र बेचें हैं।


बता दें कि 10 दिसंबर 2021 को बिरसा मुंडा विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने राजपीपला पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि विश्वविद्यालय को वेरिफिकेशन के लिए फर्जी प्रमाण पत्र मिला है। जिसे विद्यालय की नकली वेबसाइट के माध्यम से बनाया गया है। पुलिस ने अपने सूत्रों के माध्यम से फर्जी वेबसाइट की पहचान की और पता चला कि जो डॉक्यूमेंट बनाए गए हैं वह दिल्ली के उत्तम नगर एरिया के पते के हैं।