100 करोड़ रुपये की अनियमितता पर फार्म के मालिक व प्रबंधक गिरफ्तार
हिमाचल प्रदेश के बद्दी में फार्मा की आड़ में चल रहे अंतरराज्यीय ड्रग तस्करी सिंडिकेट का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. इस सिंडिकेट के तार देश के विभिन्न राज्यों से जुड़े हैं. बद्दी में स्टेट ड्रग कंट्रोलर कार्यालय की शिकायत पर CID ने जैनेट फार्मास्यूटिकल्स के खिलाफ मामला दर्ज करके शुक्रवार को बद्दी व जीरकपुर में फर्म के गोदामों पर छापेमारी की है.

CID ने फर्म के मालिक दिनेश बंसल (38) निवासी पानीपत व प्रबंधक सोनू सैनी (32) पानीपत को बद्दी से गिरफ्तार किया है. जिन्हें कल नालागढ़ कोर्ट में पेश करके रिमांड के बाद शिमला ले जाया जाएगा. जैनेट फार्मास्यूटिकल्स के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट और IPC की विभिन्न धाराओं के पहले 30 नंवबर को मामला दर्ज किया गया है. राज्य दवा नियंत्रक के अधिकारियों की टीम ने फर्म के लेनदेन का ऑडिट किया था और फर्म की संदिग्ध बिक्री पाई गई थी. जिसके बाद स्टेट ड्रग कंट्रोलर ने स्टेट CID को पूरे मामले की जांच का अनुरोध किया था.
यह फर्म उस समय संदेह के घेरे में आई जब जैनेट फार्मास्यूटिकल्स ने बद्दी से एक फर्जी बिल पर 19 लाख की प्रतिबंधित दवाइयां जिसमें नाईट्राजेपम, कोडीन और एटिजोलम शामिल है. मंडी के थोक दवा डीलर के नाम पर भेजा, लेकिन वह दवाइयां मंडी स्थित डीलर के पास पहुंची ही नहीं.
100 करोड़ रुपये का लेन-देन पाया गया
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पुष्टि हुई कि मंडी के डीलर ने न तो यह दवाईयां मंगवाई और न ही उसके पास पहुंची, लेकिन बिल उसके नाम का कटा है और उसने शिकायत भी दर्ज करवाई है. जांच में सामने आया है कि फर्म ने एक इनोवा गाड़ी का इस्तेमाल प्रतिबंधित दवाओं को राजस्थान और पंजाब में ले जाने के लिए भी किया. पहले पंजाब में भी ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के उल्लंघन के लिए इस फर्म का थोक दवा लाइसेंस रद्द किया गया था, जिसके बाद फर्म ने वर्ष 2019 में लाइसेंस लेकर बद्दी से थोक दवा का कारोबार शुरू किया

दो साल के भीतर NDPS अनुसूचित दवाओं सहित इस फर्मा ने 100 करोड़ रुपये से अधिक की दवाओं का लेनदेन किया. जैनेट फार्मास्यूटिक्लस से राज्यस्थान समेत देश के अन्य हिस्सों में प्रतिबंधित दवाइयां भेजी गई.
राजस्थान, पंजाब और यूपी में किए गए लेनदेन की होगी जांच
इस मामले को लेकर अब सीनियर एसपी, स्टेट नारकोटिक्स क्राइम कंट्रोल यूनिट के प्रमुख और आईजी क्राइम की ओवरआल निगरानी में विशेष टीमें गठित की गई हैं. जोकि राजस्थान, पंजाब और यूपी में किए गए लेनदेन सहित सभी बिक्री लेनदेन की जांच करेगी. आगे की जांच में उत्तर भारतीय राज्यों में आरोपी द्वारा चलाए जा रहे संभावित अतरराज्यीय ड्रग तस्करी सिंडिकेट का खुलासा सामने आ सकता है.
डीएसपी नॉरकोटिक्स की अगुवाई में 13 सदस्यीय टीम ने बद्दी में की छापेमारी स्टेट सीआईडी व नॉरकोटिक्स की टीम पिछले 3 दिन से बद्दी में डेरा जमाए बैठी थी. टीम की अगुवाई डीएसपी नॉरकोटिक्स दिनेश शर्मा ने की, जिसमें स्टेट CID की टीम के साथ ड्रग इंस्पेक्टर, बद्दी से 2 ड्रग इंस्पेक्टर समेत कुल 13 सदस्य शामिल रहे. ड्रग विभाग ने मालिक दिनेश बंसल को जांच के बहाने बद्दी बुलाया, जिसने दो दिन पहले शुक्रवार को आने की बात कही.
गोदाम पहुंचकर स्टेट CID ने जीएम और मालिक को दबोचा
शुक्रवार को 11 बजे जैसे ही अमल बंसल बद्दी स्थित एचपीएसआईडीसी प्लाट नंबर 190 बी स्थित गोदाम में पहुंचा स्टेट CID ने उसे दबोच लिया. दिनेश बंसल और सोनू सैणी से घंटों की लंबी पूछताछ के बाद शाम को 6.30 बजे दोनों को गिरफ्तार करके ले गए. डीएसपी नॉरकोटिक्स दिनेश शर्मा ने बताया कि शिमला में दर्ज मामले के बाद शुक्रवार को बद्दी में कार्रवाई कर कंपनी के मालिक व जीएम को गिरफ्तार किया गया है. दोनों को कल नालागढ़ कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लेने के बाद शिमला ले जाया जाएगा.
एसपी नॉरकोटिक्स जी शिवा कुमार ने बताया कि राज्य दवा नियंत्रक बद्दी के अनुरोध पर इस मामले की जांच शुरू की गई थी. जांच पूरी होने के बाद 3 दिन पहले इस फर्म के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत थोक दवा लाइसेंस धारक ट्रैडिंग कंपनी जैनेट फार्मास्यूटिकल्स के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.