भारत लाकर चाची ने ही बांग्लादेशी युवती को देह व्यापार के लिए किया मजबूर, बीएसएफ ने दलालों संग किया गिरफ्ता
कोलकाता। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से एक बांग्लादेशी युवती के साथ दो भारतीय दलाल को गिरफ्तार किया है। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर, बीएसएफ की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि तीनों को शुक्रवार तड़के उस वक्त पकड़ा गया जब दोनों दलाल की मदद से बांग्लादेशी युवती सीमा चौकी रनघाट के इलाके से अवैध तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर वापस बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रही थी। अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ में बांग्लादेशी युवती ने जो आपबीती सुनाई वह हैरान करने वाले हैं।

बांग्लादेश के खुलना जिले की रहने वाली 26 वर्षीय अनीशा मंडल (काल्पनिक नाम) ने बीएसएफ को पूछताछ में बताया कि पति से तलाक के बाद वह पांच साल पहले अपने एक बेटे को छोड़कर अपनी चाची जिसका नाम लक्ष्मी ठाकुर है, के साथ भारत आई थी। यहां आने के बाद अपनी चाची के साथ नदिया जिले के रानाघाट के मध्यमपाड़ा में रहने लगी, जहां उसकी चाची ने उस पर देह व्यापार के लिए दबाव डाला। इसी सिलसिले में वह अपनी चाची के साथ राजस्थान के जयपुर गई। जहां वो दीपेंद्र गुज्जर नाम के व्यक्ति से मिली जो कि जयपुर के पुरानी चुंगी स्थित रॉयल प्लेस नाम के होटल में मैनेजर था।
जयपुर में होटल मैनेजर के साथ शादी भी रचाई

दीपेंद्र उससे फोन पर वार्तालाप करने लगा और उससे प्यार करने लगा। फिर उसने शादी करने का भी वादा किया। तभी उसने दीपेंद्र की मदद से वहां से भागने की सोची। दीपेंद्र ने वादे के मुताबिक दो साल पहले उससे शादी भी कर ली। आगे उसने बताया कि वह अपने बेटे और अपने पति के बड़े भाई से लगातार संपर्क में थी। बड़े भाई ने एक बांग्लादेशी दलाल की मदद से दो भारतीय दलाल बिद्युत बिस्वास और सुब्रतो बिस्वास के फोन नंबर उसको दिए। जिनकी मदद से वह परिवार से मिलने वापस बांग्लादेश जा रही थी।
सीमा पार कराने के लिए दलाल ने लिए थे 7,000 रुपये
वहीं, पकड़े गए दलाल बिद्युत बिस्वास (31), उत्तर 24 परगना के बागदा जबकि सुब्रतो बिस्वास (33), नदिया जिले के हंसखली थाना क्षेत्र का रहने वाला है। पूछताछ में सुब्रतो ने बताया कि वह पिछले एक साल से सीमा पार होने वाले गैर कानूनी आवागमन में मुख्य रूप से लिप्त है और वह पासपोर्ट के माध्यम से 18 महीने पहले बांग्लादेश काम के सिलसिले में गया था। जहां वह आलम नाम के व्यक्ति से मिला और सीमा पार के आवागमन के लिए एक दूसरे से फोन नंबर साझा किया। वह अपने साथी बिद्युत बिस्वास के साथ मिलाकर युवती को सीमा सीमा पार कराने वाले थे। इसके लिए दीपेंद्र गुज्जर नाम के व्यक्ति ने उन्हें ऑनलाइन माध्यम से 7,000 रुपये भी भेजे थे। गिरफ्तार व्यक्तियों को आगे की कानूनी कार्यवाही हेतु पुलिस थाना बागदा को सौंप दिया गया है।
अवैध आवागमन रोकने को बीएसएफ उठा रही कड़े कदम
इधर, 99 वीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर संजीव कुमार ने बताया कि भारत- बांग्लादेश सीमा पर अवैध आवागमन को रोकने के लिए बीएसएफ कड़े कदम उठा रही हैं। जिसके चलते घुसपैठिए और दलाल पकड़े जा रहे हैं, जिन्हें कानून के मुताबिक सजाए हो रही हैं। अधिकारी ने साफ शब्दों में कहा कि हम अपने इलाके से किसी भी सूरत में अवैध सीमा पार आवागमन नहीं होने देंगे।