
बताया जा रहा है कि मासूम की मां का पहला पति नहीं है. इधर जांजगीर के कैथा निवासी गौरव साहू की पत्नी भी उसे छोड़कर चली गई है. लिहाजा दोनों एक साथ रहते थे. गौरव महिला और उसके बच्चे को बीते दिनों अपने गांव ले गया था. लेकिन पारिवारिक विवाद के कारण महिला बच्चे के साथ वापस आ गई थी. गौरव महिला को वापस अपने साथ ले जाना चाहता था, लेकिन बच्चे के कारण महिला उसके साथ जाना नहीं चाहती थी. ऐसे में मासूम के मिसिंग होने का सीधा शक उसके सौतेले पिता पर है. पूछताछ के दौरान गौरव साहू की गतिविधियां संदिग्ध मिली हैं, बार-बार वो अपना बयान बदल रहा है. पहले उसने पुलिस को मासूम को जांजगीर और कोरबा में रखने की बात बताई. लेकिन वहां जब मासूम का कुछ पता नहीं चला, तब अब वो मासूम की हत्या कर लाश भनवारटंक के जंगल में फेंकने की बात कह रहा है. सौतेले पिता गौरव साहू के बयान के आधार पर पुलिस की टीम अब भनवारटंक के जंगल में मासूम की पातासाजी कर रही है. फिलहाल मासूम का कोई सुराग नहीं मिला है. पुलिस की जांच जारी है. मासूम का सुराग मिलने के बाद घटना का खुलासा हो सकेगा.
