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आखिर क्यों DSP को शौच लगी तो DRM से लेकर रेल मंत्री तक पहुंच गई बात?

पटना। बिहार के एक पुलिस अधिकारी से जुड़ा दिलचस्‍प वाकया सामने आया है। जयनगर-पुरी एक्‍सप्रेस से यात्रा कर रहे डीएसपी की समस्‍या पर डीआरएम से लेकर रेल मंत्रालय ने संज्ञान‍ लिया और उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया। डीएसपी साहब जयनगर-पुरी एक्‍सप्रेस के सेकेंड एसी कोच से परिवार संग यात्रा कर रहे थे। सुबह जब उनकी नींद खुली तो वह टॉयलेट के लिए गए, लेकिन वहां का नजारा देखकर वह दंग रह गए।ट्रेन के शौचालय के बाहर लंबी कतार लगी हुई थी। ऐसे में पुलिस अधिकारी को यह समझ नहीं आया कि एसी सेकेंट क्‍लास के कोच में इतने लोग कहां से आ गए कि टॉयलेट के बाहर कतार लगी हुई है? इसके बाद बिहार के DSP ने छानबीन शुरू कर दी, जिसमें चौंकाने वाली बात सामने आई।

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दरअसल, जिस कोच से बिहार के पुलिस अधिकारी यात्रा कर रहे थे। उससे लगता हुआ स्‍लीपर कोच था। एसी सेकेंड क्‍लास के टॉयलेट में लोग न होने की वजह से यात्रियों की लंबी कतार लग गई थी। इससे एसी कोच में सवार लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। विश्वसनीय सूत्रों  के अुनसार, यह वाकया 11 दिसंबर का है। बता दें कि आमतौर पर स्‍लीपर कोच में काफी ज्‍यादा भीड़ होती है। इसके चलते स्‍लीपर कोच के टॉयलेट की स्थिति भी बेहद खराब होती है। ऐसे में इस कोच में यात्रा करने वाले यात्री टॉयलेट के लिए एसी कोच में पहुंच जाते हैं।

                                                                   डीआरएम और रेल मंत्रालय से शिकायत
बिहार के संबंधित पुलिस अधिकारी को सुबह-सुबह टॉयलेट जाना था, लेकिन शौचालय की हालत देखकर उन्‍हें काफी परेशानी हुई थी। इससे नाराज डीएसपी ने डीआरएम और रेल मंत्री को संदेश भेजकर सख्‍त नाराजगी जताई। इसके तत्‍काल बाद उनकी तरफ से तुरंत कार्रवाई की बात कही गई। मालूम हो कि एसी कोच से लगते स्‍लीपर कोच का रास्‍ता खुला होता है, जिससे यात्री इस कोच से उस कोच में चले जाते हैं।