दो भाइयों ने सिर काट कर फेंक दिया था नदी में
बांदा पुलिस ने कोतवाली देहात के जमालपुर गांव के 55 वर्षीय गया प्रसाद की हत्या का 9 महीने बाद खुलासा किया। इसमें दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है जो सगे भाई हैं। हत्या के पीछे पुरानी पारिवारिक रंजिश सामने आई है। कुछ समय पहले हत्यारों के पिता के बड़े भाई ताऊ की मृतक ने हत्या की थी, जिसका बदला लेने की ठान बैठे दो सगे भाइयों ने हत्या की इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दे दिया। शराब के नशे में पहले नदी किनारे ले गए और फिर कुल्हाड़ी से सर काट के धड़ को नदी में फेंक दिया था। सर को खेत में गाड़ दिया था।
बांदा। बांदा पुलिस ने एक सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करते हुए दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. हत्या के पीछे पुरानी पारिवारिक रंजिश सामने आई है। कुछ समय पहले हत्यारों के पिता के बड़े भाई मृतक ने कुछ सालों पहले हत्या की थी। जिसका बदला लेने की ठान बैठे दो सगे भाइयों ने हत्या की इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दे दिया। शराब के नशे में पहले नदी किनारे ले गए और फिर कुल्हाड़ी से सर काट के धड़ को नदी में फेंक दिया था।


पूरा मामला बांदा जनपद के कोतवाली देहात के जमालपुर गांव का है. यहां के 55 वर्षीय गया प्रसाद की हत्या की गई थी। बांदा पुलिस के मुताबिक राजेश यादव पुत्र रामकिशोर यादव, शिवाकांत उर्फ रमाकांत पुत्र रामकिशोर ने लगभग 9 महीने पहले एक सनसनीखेज दिल दहलाने वाली हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। सबूत मिटाने के लिए हत्या करने के बाद धड़ को नदी में फेंक दिया था और सर को अपने खेतों में गाड़ दिया था।3 मार्च 2021 को कोतवाली देहात के अंतर्गत एक खेत में गया प्रसाद का नरमुंड पड़ा हुआ देख स्थानीय लोगों ने पूरे घटनाक्रम की सूचना पुलिस को दी थी। जिसके बाद पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश में जुट गई।
लापता हुए गए प्रसाद के परिजनों से उस नरमुंड का डीएनए टेस्ट कराया गया, जिसके बाद यह बात स्पष्ट हो गई की यह नरमुंड गया प्रसाद का ही है।पुलिस ने पूरे मामले में तफ्तीश शुरू कर दी। धीरे-धीरे कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए पुलिस ने 9 महीने बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गहनता से पूछताछ की गई तो हत्यारों ने हत्या की वारदात को अंजाम देने की बात भी स्वीकार कर लिया है।
हत्यारोपियों ने पुलिस को बताया कि कुछ सालों पहले गया प्रसाद ने दोनों हत्यारों के ताऊ की हत्या की थी और उसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर गया प्रसाद को जेल भेजा था। लेकिन पर्याप्त सबूत न होने की वजह से गया प्रसाद को बाइज्जत बरी कर दिया गया था।जिसके बाद से राजेश यादव पुत्र रामकिशोर यादव शिवाकांत उर्फ रमाकांत पुत्र रामकिशोर ने अपने ताऊ की हत्या का बदला लेने की मन में ठान ली थी। 1 दिन शराब के नशे में दोनों भाई बैठे थे, उसी दौरान गया प्रसाद रास्ते से निकला और उन लोगों को गाली गलौज करने लगा। इससे नाराज होकर दोनों सगे भइयों ने गया प्रसाद को मुंह दबाकर गाड़ी में बैठा लिया और केन नदी के किनारे कनवारा घाट ले गए।
पुलिस के अनुसार वहां पर कुल्हाड़ी से काटकर गया प्रसाद की हत्या कर दी गई। हत्या करने के बाद सर को अपने साथ ले आए और धड़ को नदी में बालू की बोरी बांधकर गहरे पानी में फेंक दिया. घटना बदले की भावना को लेकर की गई। हत्यारोपियों ने पुलिस के सामने इस बात को कुबूल किया कि वर्ष 1985 में हमारे ताऊ की गया प्रसाद ने हत्या कर दी थी. दोनों अभियुक्त राजेश यादव पुत्र रामकिशोर यादव शिवाकांत उर्फ रमाकांत उर्फ रामकिशोर ने मन में ठान लिया कि हमारे ताऊ की हत्या गया प्रसाद ने किया है।इसका बदला लेना है और उसी दौरान इन लोगों ने मौका पाकर मार्च 2021 में गया प्रसाद को मौका देखकर शराब के नशे में अपने साथ गाड़ी में बैठा करके शहर कोतवाली की केन नदी कनवारा घाट ले गए और वहां पर कुल्हाड़ी से काटकर उसकी निर्मम हत्या कर दी। अपर पुलिस अधीक्षक बांदा लक्ष्मी निवास मिश्र ने मामले का खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने पूरे मामले में 9 महीने की तफ्तीश के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया।