49 करोड़ की लागत से 25 एकड़ में तैयार, 4 मंजिला इमारत में 104 कमरे, फूड कोर्ट, वेटिंग रूम और डॉरमेट्री भी
रायपुर |छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के भाटागांव इलाके में बना है प्रदेश का पहला सुव्यवस्थित बस स्टैंड। बाहर से किसी महल की तरह दिखने वाला ये बस स्टैंड अंदर से भी खास है। प्रदेश का ये पहला ऐसा बस स्टैंड है, जहां यात्रियों के ठहरने की भी व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे इस बस स्टैंड का उद्घाटन करेंगे। इसी के साथ शहर में मल्टी लेवल पार्किंग, भगत सिंह चौक, आत्मानंद स्कूल और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी जनता को समर्पित करेंगे।


CM के उद्घाटन करने के साथ ही बस टर्निमल को जनता के लिए खोल दिया जाएगा, लेकिन अब भी यहां पुराने बस स्टैंड से दुकानों के व्यवस्थापन को लेकर व्यापारी जद्दोजहद कर रहे हैं। फिलहाल, बस स्टैंड को 14 बस ऑपरेटरों के भरोसे शुरू किया जा रहा है। इसका विरोध भी हो रहा है। निगम ने 20 दिन में सभी बसें शिफ्ट करने का समय दिया है। ऑटो वालों को यहां कोई जगह नहीं दी गई है। इन मुद्दों को लेकर पार्षद बंटी होरा ने जिला प्रशासन से इस ओर ध्यान देने की मांग की है।

इन सुविधाओं से लैस है नया बस स्टैंड
श्री बालाजी स्वामी ट्रस्ट श्री दूधाधारी मठ से मिली 25 एकड़ जमीन पर अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल का निर्माण किया गया है। लगभग 49 करोड़ रुपए की लागत से बने इस भव्य बस स्टैंड के चार मंजिला इमारत में 104 कमरे बने हैं। इसमें ऑफिस, दुकानें, परिवार कार्यालय, फूड कोर्ट, वेटिंग रूम, फूड स्टॉल, महिला और पुरुष डॉरमेट्री शामिल है।


इस बस स्टैंड में महिला और पुरुष के साथ-साथ थर्ड जेंडर टॉयलेट हैं। इस बस टर्मिनल में 14 बस-वे बने हैं। यात्रियों के लिए लिफ्ट भी लगाई गई है। पूरे कैंपस में CCTV कैमरे लगे हैं। पुलिस फोर्स के लिए बैरक भी बनाया गया है। शुरुआती कुछ महीनों में 200 बसों का संचालन होगा। बाद में यहां से 900 बसें हर दिन चलेंगी।
ये सौगातें मिल रही हैं शहर को

मल्टी लेवल पार्किंग
रायपुर में पार्किंग व्यवस्था को सु-व्यवस्थित करने, रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने शहर का दूसरा मल्टीलेवल पार्किंग कॉम्प्लेक्स कलेक्ट्रेट परिसर के पास तैयार किया है, जिसमें 450 चार पहिया और 150 से 200 दो पहिया गाड़ियां एक वक्त में पार्क की जा सकती हैं। 28 करोड़ के खर्च के बाद 17,792 वर्ग मीटर एरिया में इसे तैयार किया गया है। इंजीनियर्स ने इसमें हेलिकल (स्प्रिंगनुमा) आकार में तैयार किया है। इस बिल्डिंग के ऊपरी हिस्से में रेस्टोरेंट भी शुरू करने की तैयारी है। इससे पहले जय स्तंभ चौक के पास भी मल्टीलेवल पार्किंग बनी है।

शहीद स्मारक स्कूल
प्रदेश की सरकार स्वामी आत्मानंद स्कूल योजना के तहत सरकारी स्कूलों को नए सिरे से तैयार कर रही है। इन स्कूलों में अंग्रेजी मीडियम में ठीक वैसी ही क्वालिटी एजुकेशन देने पर काम होगा जैसा किसी प्राइवेट स्कूल में होता है। यहां सुविधा युक्त खेल मैदान, 11 क्लास रूम, 7 स्मार्ट क्लास रूम, 4 आधुनिक लैब,1 लाइब्रेरी, सभाकक्ष, डायनिंग रूम, टॉयलेट बने हैं। 5 करोड़ की लागत से पुराने स्कूल कैंपस में ही नई बिल्डिंग तैयार की गई है।
शहीद भगत सिंह चौक
नगर निगम, रायपुर पैदल और दो पहिया वाहन चालकों के लिए शंकर नगर के पास शहीद भगत सिंह चौक पर 5 लाख की लागत से शेड तैयार किया है। इसका उद्घाटन शुक्रवार को किया जा रहा है।
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट
रायपुर की लाइफ लाइन नदी खारून के पानी को प्रदूषण से बचाने के लिए सीवरेज प्लांट बनाया गया है। भाटागांव स्थित एनीकट के पास से बहने वाले नाले में बहने वाले गंदे पानी के ट्रीटमेंट के लिए 6 MLD सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तैयार किया गया है। 6 करोड़ रुपए की लागत से इस प्रोजेक्ट को 2 साल पूरा किया गया है। इस प्लांट के बनने से नाले में बहता गंदा पानी ट्रीटमेंट के बाद नदी में जाएगा। हर दिन 60 लाख गंदे पानी का ट्रीटमेंट होगा। एक लैब भी बनाई गई है, जिसमें केमिकल ऑक्सीजन डिमांड, बायोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड, टोटल सस्पेंडेट सॉलिड, पी.एच. वैल्यु, फिस्कल कॉलिफॉर्म जैसे महत्वपूर्ण परीक्षण की सुविधा होगी।