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35 हजार की ठगी:20 साल का युवक यूपी में बैठकर चला रहा था ठगी का रैकेट

देश में हर जगह ट्रांसपोर्टिंग सुविधा देने का देता था झांसा, एडवांस पैसे लेकर मोबाइल कर देता था बंद

रायपुर |भनपुरी के एक कारोबारी से 35 हजार की छोटी सी ऑनलाइन ठगी की जांच ने पुलिस को अंतर्राज्जीय ठग तक पहुंचा था। रायपुर के कारोबारी से केवल पैंतीस हजार की ठगी करने वाले जालसाज के खाते में 84 लाख मिले हैं। पुलिस ने खाता सीज करने के बाद जब उसके बारे में तहकीकात की तो पता चला केवल 22 साल के ठग ने देश के कई शहरों में सैकड़ों लोगों को जाल में फंसाकर इतनी बड़ी रकम की ठगी कर ली है।

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पुलिस ने यूपी के फर्रुखाबाद में छापा मारकर ठग आकाश राठौर (22) को पकड़ा। पुलिस के अनुसार आरोपी देश के हर राज्य में ट्रांसपोर्टिंग सुविधा देने का झांसा देता है। उसने एप से लेकर इंटरनेट पर अपना नंबर अपलोड किया है। वह ट्रांसपोर्टिंग के नाम पर ही लोगों से एडवांस पैसे लेता है। रकम लेने के बाद वह फोन बंद कर देता है।पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। उसके खाते में 84 लाख कहां से आए? वह इसकी जानकारी नहीं दे पा रहा है, जबकि वह कुछ काम भी नहीं करता है। पुलिस शनिवार को आरोपी को रायपुर लेकर आई है। उससे पूछताछ की जा रही है। अफसरों के अनुसार उसके मोबाइल नंबर को भी खंगाला जा रहा है। प्रारंभिक जांच में जो पता चला है उसके अनुसार वह अब तक कई लोगों से ठगी कर चुका है।

पुलिस ने बताया कि आरोपी ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है। आरोपी ने इंटरनेट और जस्ट डायल एप में फर्रुखाबाद के न्यू महावीर ट्रांसपोर्ट के नाम से रजिस्ट्रेशन कराया है, जबकि ट्रांसपोर्टर का मालिक कोई दूसरा है। आरोपी ट्रांसपोर्ट कंपनी को अपनी बताता है। वह देश के हर राज्य में ट्रांसपोर्ट की सुविधा देने का झांसा देता है।वह फोन पर ही लोगों से एडवांस में पैसा जमा करवाता है, लेकिन गाड़ी नहीं भेजता। पुलिस के अनुसार भनपुरी के कारोबारी बसंत निधि को आंध्रप्रदेश में रंगोली भिजवानी थी। उन्हें रायपुर से माल भिजवाने पर ज्यादा भाड़ा लग रहा था। उन्होंने इंटरनेट पर ट्रांसपोर्टर ढूंढा, जो कम भाड़े में आंध्रप्रदेश माल पहुंचा दे। इंटरनेट पर उन्हें न्यू महावीर ट्रांसपोर्ट का नंबर मिला। कारोबारी ने उसमें संपर्क किया तो आकाश ने फोन रिसीव किया। आकाश ने उनसे ट्रांसपोर्टिंग की पूरी डील की और 35 हजार रुपए भाड़ा तय किया।

कारोबारी ने गाड़ी बुक करा ली। 1 जुलाई को भनपुरी से माल लोड करना था। आरोपी ने एडवांस पैसा मांगा, तो कारोबारी ने 16 हजार रुपए खाते में जमा कर दिया। 1 जुलाई की दोपहर तक गाड़ी फैक्ट्री नहीं पहुंची तो कारोबारी ने फोन किया। आकाश ने कहा कि ट्रक निकल गया है, लेकिन फैक्ट्री में गाड़ी पहुंचने के पहले उन्हें पूरा भाड़ा देना होगा।तब कारोबारी ने आरोपी को बचा हुआ पैसा भी दे दिया, लेकिन ट्रक नहीं पहुंचा। दूसरे दिन भी इंतजार किया। ठग ने फोन बंद कर दिया था। तब उन्होंने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने पड़ताल शुरू किया। कारोबारी बसंत ने ठग के जिस खाते में पैसा जमा किया है।पुलिस ने उसे खंगालना शुरू किया। बैंक ने बताया कि ठग के खाते में 84 लाख जमा हैं। खाते में लगातार ट्रांजेक्शन हो रहा है। तब पुलिस ने ठग की जानकारी निकाली। पुलिस के अनुसार आरोपी खुद को मीडिया से जुड़ा भी बताता है। उसके पास एक न्यूज चैनल की आईडी भी मिली है।