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झोलाछाप डॉक्टर कोरोना मरीज़ों को खेत में चढ़ा रहे थे स्लाइन,अफसरों को आता देख भागे

खेत में बड़ी मात्रा में इंजेक्शन की खाली बोतलें मिला है .साथ ही कुछ इंजेक्शन और सामग्री को जलाकर नष्ट करने की कोशिश भी की गयी है . जो अधजली हालत में हैं 

आगर मालवा | आगर मालवा ज़िले में झोलाछाप डॉक्टर कोरोना मरीज़ों की जान से भी खिलवाड़ कर रहे हैं. यहां खेत में कोरोना पेशेंट्स को पेड़ के नीचे भर्ती करके इलाज किया जा रहा था. प्रशासन की टीम के पहुंचते ही मरीज और डॉक्टर सब भाग निकले.आगर मालवा जिले में खेत में मरीज़ों का इलाज कर रहे झोलाछाप डॉक्टर अपना डेरा डंगर उठाकर भाग खड़े हुए. मीडिया में खबर आने के बाद अफसरों की टीम मौके पर पहुंच गयी थी. लेकिन डॉक्टर और मरीज़ों को पहले ही इसकी भनक लग गयी और वो सब वहां से रफूचक्कर हो गए.सीएमएचओ आगर, SDM, SDOP सुसनेर सहित 15 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी मौके पर खेत में पहुंचे. वहां झोलाछाप डॉक्टर और मरीज़ तो नहीं मिले. लेकिन खेत में बड़ी मात्रा में इंजेक्शन की खाली बोतलें मिलीं.साथ ही कुछ इंजेक्शन और सामग्री को जलाकर नष्ट करने की कोशिश भी की गयी. जो अधजली हालत में मिले.
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               मामले की गम्भीरता को देखते हुए प्रशासन इसकी गंभीरता से जांच कर रहा है. फर्जी चिकित्सक पर एफआईआर दर्ज की जाएगी.आगर मालवा के धानियाखेडी गांव में मुख्य सड़क से 200 मीटर दूरी पर स्थित संतरे का एक खेत ओपन हॉस्पिटल बना दिया गया था. कोरोना पेशेंटस को संतरे के बगीचे में पेड़ के नीचे दरी और कार्टन के ऊपर लेटाकर इलाज किया जा रहा था. पेड़ का इस्तेमाल बॉटल टांगने वाले स्टैंड के तौर पर किया जा रहा था.मामले में सुसनेर बीएमओ मनीष कुरील का कहना है ऐसे चिकित्सकों पर कार्रवाई की जा रही है. साथ ही उनको समझाया जा रहा है कि मरीजों को सही सलाह दें.