कोरोना हुआ तो मकान मालिक ने निकाला, मां-बेटे की मौत; आगरा में एंबुलेंस न मिलने पर कार की छत पर शव लेकर श्मशान पहुंचा बेटा
बरेली/आगरा | उत्तर प्रदेश में कोरोना से हालात बेकाबू हैं। संक्रमितों को जीते जी इलाज के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है, तो कइयों को मौत के बाद कंधा भी नसीब नहीं हो रहा है। कुछ ऐसा ही बरेली और आगरा में देखने को मिला। आगरा में एक युवक को उसके पिता की मौत के बाद शव को कंधा देने के लिए चार लोग नहीं मिले, तो वह कार की छत पर शव लेकर श्मशान घाट पहुंचा, जहां अंतिम संस्कार किया गया।

वहीं, बरेली में मकान मालिक ने अपने संक्रमित किराएदार को घर से निकाल दिया। किराएदार शख्स अपनी मां के पास रहने गया। जिससे उसकी मां भी संक्रमित हो गई। आखिरकार दोनों ने दम तोड़ दिया। दोनों का एक साथ अंतिम संस्कार हुआ।
फरीदपुर: संक्रमित होने का पता चलते ही मकान खाली करा लिया
बरेली जिले की फरीदपुर तहसील के ग्राम खटेली निवासी रोहिताश गुप्ता (36 साल ) और उनकी 65 साल की मां पुष्पा देवी की शनिवार को मौत हो गई। रोहिताश फरीदपुर के मोहल्ला बक्सरिया में एक मकान में किराए पर रह रहे थे। कुछ दिनों पहले उन्हें सर्दी-खांसी और बुखार की शिकायत हुई। इस पर उन्होंने एक डॉक्टर से दवा ले ली। कई दिन दवा खाने के बाद जब राहत नहीं मिली, तो कोरोना का टेस्ट भी कराया। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें डॉक्टरों ने होम आइसोलेशन में रहने को कहा। इसी दौरान मकान मालिक को जानकारी हुई, तब उसने मकान खाली करा लिया।
बेटे से मां हुई संक्रमित, फिर दोनों की हुई मौत

मजबूरी में रोहिताश अपनी मां पुष्पा देवी के पास बीसलपुर रोड पर रहने पहुंचे। उनकी मां गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थीं। रोहिताश के संपर्क में आने से पुष्पा देवी भी संक्रमित हो गईं। शनिवार सुबह 6 बजे के करीब पहले मां ने दम तोड़ा, उसके एक घंटे बाद रोहिताश की भी तबीयत बिगड़ गई और उनकी भी मौत हो गई। डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंची और शवों को सैनिटाइज कर PPE किट में पैक कराकर परिजनों को सौंप दिया।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरीदपुर के अधीक्षक डॉ. बासित अली ने बताया कि रोहिताश और उनकी मां की उनके यहां कोरोना संक्रमण की जांच नहीं हुई। पूरा रिकॉर्ड चेक करा लिया गया है। मौत के कारणों की जांच के लिए टीम को लगाया गया है। साथ ही क्षेत्र का सर्वे भी कराया जा रहा है।
आगरा: नहीं मिली एंबुलेंस तो कार की छत पर शव को बांधकर पहुंचे श्मशान घाट
आगरा में जयपुर हाउस पुलिस चौकी क्षेत्र में रहने वाले मोहित के पिता की शनिवार को कोरोना के चलते मौत हो गई। काफी कोशिश करने के बाद भी उन्हें शव ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली। आखिरकार मजबूरन मोहित को अपने पिता का शव कार की छत पर बांधकर ले जाना पड़ा। लोगों ने जब यह नजारा देखा तो उनकी भी आंखें नम हो गईं। आगरा में कोरोना के चलते बढ़ रहे मौत के आंकड़ों से लोगों में डर का माहौल है। शवों को ले जाने के लिए एंबुलेंस तक नहीं मिल पा रही है। श्मशान घाट पहुंच रही एंबुलेंस से तीन-चार शव एक साथ उतारे जा रहे हैं।