गाजियाबाद. देश में कोरोना (Covid-19) के एक साल पूरे होने पर एक बार फिर से लौटने का भी डर सताने लगा है. ऐसे में देश के कई हिस्सों में कुछ बंदिशें भी लगनी शुरू हो गई हैं. कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए कई बड़े शहरों ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. ऐसी ही सख्ती दिल्ली-एनसीआर के गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर भी शुरू की गई है. गाजियाबाद जिला प्रशासन ने अब दूसरे राज्यों खासकर महाराष्ट्र, केरल, गुजरात और मध्य प्रदेश से आने वाले लोगों के लिए रेलवे स्टेशन पर ही कोरोना की आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य कर दिया है. इन राज्यों से आने वाले लोगों को कोरोना की जांच निगेटिव आने के बाद ही अब उनको घर भेजा जाएगा.

कोरोना को लेकर गाजियाबाद जिला प्रशासन सख्त

इसके लिए गाजियाबाद जिला प्रशासन ने कॉलनियों में होम सर्वे, टेस्टिंग, ट्रेसिंग और होम आइसोलेशन पर भी ध्यान दे रही है. जिला प्रशासन को आशंका है कि जिस तेजी के साथ दिल्ली में या दूसरे प्रदेशों में कोरोना की रफ्तार बढ़ी है, ऐसे में अप्रैल और मई महीने तक गाजिाबाद की स्थिति भी बिगड़ सकती है. इसलिए अभी से ही इसके रोकथाम के लिए बंदोबस्त करनी जरूरी है.
स्वास्थ्य विभाग ऐसे कर रही है काम
जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को सख्त हिदायत दी है कि कोरोना की रोकथाम के लिए पिछले साल की तरह ही व्यवस्था अभी से शुरू कर देनी चाहिए. स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए फिलहाल गाजियाबाद के चार स्थानों को चिन्हित किया है, जहां पर कोरोना के मामले सबसे ज्यादा आ रहे हैं. इन जगहों पर पिछले एक महीने में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है. खासकर शास्त्री नगर, साहिबाबाद, राज नगर एक्सटेंशन और वैशाली के कुछ हिस्सों में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ी है. इन जगहों पर अब प्रशासन की नजर रहेगी