फैक्ट्रियों में सुरक्षा मानक का शक्ती से पालन जरूरी – डॉ अमित सिंह
सतना |यह ईश्वर की असीम कृपा है कि जब उसने विंध्य प्रदेश को खनिज संसाधनों की सौगात दी हैं। यह संसाधन हमारे लिये वरदान साबित हो अभिशाप नही यह क्षेत्र की जनता चाहती हैं लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि फैक्ट्री प्रबंधनों व सरकारी तंत्र की मिलीभगत से आये दिन हो रही दुर्घटनाओं से हमारा गरीब श्रमिक वर्ग काल के मुँह में समा रहा है। बड़े ही आश्चर्य की बात है कि आज के अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी युग मे फैक्ट्री प्रबंधन इन दुर्घटनाओं को रोकने में असफल साबित हो रहे हैं।इसका कारण यही हैं कि सुरक्षा मानकों से ब्यूरोक्रेसी समझौता कर रही हैं। इन मनको पर शक्ती न होना ही दुर्घटनाओं व जन हानि का कारण हैं आज आवश्यकता इस बात की हैं कि सुरक्षा मानकों का फैक्ट्री प्रबंधनो से कड़ाई से पालन करवाया जाय गरीब श्रमिको की आये दिन हो रहे हादसो के कारण मौत पर अंकुश लग सके उक्त बात “मध्यप्रदेश ठेका श्रमिक मजदूर कांग्रेस” (इंटक) के जिला अध्यक्ष डॉ अमित सिंह ने कही।
उन्होंने कहा कि यह भी बड़ी विडंबना की बात है कि दुर्घटना में मारे गये श्रमिकों के दुःखी परिजनों को मुवावजे की लिये भी संघर्ष करना पड़ता हैं। जब श्रमिक संगठन उनके हक के लिये फैक्ट्री प्रबंधनों के खिलाफ आंदोलित होते हैं तब जाकर प्रबंधन की नींद खुलती हैं। डॉ सिंह ने देश के श्रममंत्री,प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं संबंधित जिलों के कलेक्टरो से माँग की है कि एक ऐसे नियम की आवश्यकता है जब आकस्मिक दुर्घटनाओं में मृत या घायल श्रमिक के लिये मुवावजा राशि निर्धारित हो वहीँ सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर फैक्ट्री प्रबंधनों के खिलाफ भी जवाबदेही तय हो। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में के जे एस सीमेंट फैक्ट्री एवं प्रिज्म जॉनसन सीमेंट फैक्ट्री में हुई दुर्घटनाओं के मृत व घायल श्रमिकों के परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है जो निंदनीय होकर गरीबो के साथ क्रूर मजाक हैं।

