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बुजुर्ग का आया 80 करोड़ का बिजली बिल, देखते ही बिगड़ी तबीयत

80 साल के बुजुर्ग गणपत नाइक बुजुर्ग को ‘महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिट्रिब्यूशन कंपनी लिमिटेड (MSEDCL)’ की तरफ से 80 करोड़ का बिजली बिल मिला. बिल देखते ही उनका ब्लड प्रेशर अचानक से बढ़ गया. उन्हें इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाना पड़ा

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मुंबई. महाराष्ट्र के नालासोपारा में छोटी सी मिल चलाने वाले एक बुजुर्ग का 80 करोड़ रुपये का बिजली बिल आया है. बिल देखते ही उनकी तबीयत बिगड़ गई और बेहोश हो गए. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. गणपत नाइक पहले से ही दिल के मरीज हैं. बाद में पता चला कि बिल के अमाउंट में गड़बड़ी हुई है. इसे बिजली विभाग ने टाइपो एरर बताया.

80 साल के बुजुर्ग गणपत नाइक बुजुर्ग को ‘महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिट्रिब्यूशन कंपनी लिमिटेड (MSEDCL)’ की तरफ से 80 करोड़ का बिजली बिल मिला. बिल देखते ही उनका ब्लड प्रेशर अचानक से बढ़ गया. उन्हें इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाना पड़ा. निर्मल गांव के बुजुर्ग के साथ ये घटना 22 फरवरी को हुई. , MSEDCL ने कहा कि बिल में हुई गड़बड़ी में सुधार कर लिया गया है. अब बुजुर्ग की तबीयत भी ठीक है.

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इसी बिल को देखकर बुजुर्ग की तबीयत हुई थी खराब

ऐसे हुई बिल में गड़बड़ी
असल में जिस एजेंसी को मीटर रीडिंग का ठेका दिया गया है, उसने ही ये गलती की थी. एजेंसी को 6 अंकों का बिल बनाना था, लेकिन गलती से ये 9 अंकों का हो गया. इस तरह से 8 लाख रुपये का बिल 80 करोड़ रुपये का हो गया. एजेंसी ने बिल में सुधार कर के उसे फिर से नाइक के पास भेजा. बिजली अधिकारी सुरेंद्र मोनेरे ने कहा कि ताज़ा बिल से गणपत नाइक संतुष्ट हैं और वो सही बिल है.

नाइक के पोते नीरज ने कहा कि वो लोग काम कर रहे थे, जब ये बिल आया और वो सभी बिल को देखकर हैरान थे. उन्होंने कहा कि उन्हें पहले तो ऐसा लगा कि कहीं पूरे जिले का बिल उनके ही घर में तो नहीं भेज दिया गया है. वो लोग इसीलिए डर गए थे, क्योंकि कोरोना वायरस लॉकडाउन के बाद बिजली विभाग ने बकाए बिल की वसूली शुरू कर दी है. हालांकि, खबर आते ही अधिकारी हरकत में आए और सुधार किया.

इस तरह का बिल सभी ग्राहक को आता रहता है, मगर इसकी जांच करे तो यह समझ मे आता है कि मीटर की रीडिंग लेनेवाले ठेके पर काम करते है. उनकी मनमानी से लोग परेशान है.