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अखिल भरतीय पत्रकार सुरक्षा समिति (ABPSS) ने दिया शिव महापुराण में अपना योगदान ,शिव भक्तों को पिलाया पानी

अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति (ABPSS) जिला दुर्ग ने पिलाया शिव भक्तों को पानी
जैसे जैसे कथा आगे बढती जा रही है भक्तों की वैसे वैसे उमंगें बढ़ती जा रही है

सुपेला (दुर्ग) -भिलाई (दुर्ग) ।भिलाई  में शिव महापुराण के तीसरे दिन शिव न्हाक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है ,जैसे जैसे कथा आगे बढती जा रही है भक्तों की वैसे वैसे उमंगें बढ़ती जा रही है । भीड़ इतनी ज्यादा है की सम्हालने से नहीं सम्हाल रहा है तो केवल केवल भोले और केवल भोले  को सुनने केवल भिलाई दुर्ग और आसपास के ही नहीं बल्कि दुसरे राज्यों से भी बाबा भोले के भक्त आये हैं । कथा प्रारंभ के दो दिन पहले ही कथा मंडप में भक्तों की भीड़ अपनी जगह बनाने दो दिन से ही जम गए थे ।किसी को भी खाने पिने की चिंता नहीं थी उनका कहना था की हम यहाँ आये है भोले बाबा शिव बाबा जी के लिए .अब उनको हमारी चिंता रहेगी कि वे हमें क्या खिलाएंगे और क्या पिलाएंगे।

अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति (ABPSS) ने भी  दिया अपना योगदान

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शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन लाखों की संख्या में शिव बाबा के भक्त आए हुए थे उनको गर्मी से प्याज से राहत दिलाने के लिए पत्रकारों के हित के लिए तत्पर अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति जिला दुर्ग के द्वारा पानी पाउच वितरण किया गया इस कार्य में दुर्ग जिला अध्यक्ष राकेश तंबोली के साथ उपाध्यक्ष गोपाल निर्मलकर कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र गुप्ता , सचिव श्रीमती रंजीता तंबोली ,सह सचिव विजय देवांगन सूरज सिन्हा ,हर्ष राय मीडिया प्रभारी रोहिताश सिंह भुवाल,गोवर्धन ताम्रकार मौजूद थे। दुर्ग जिला अध्यक्ष राकेश तंबोली ने बताया कि हर संभव कोशिश रहेगी की हमारी समिति के द्वारा शिव बाबा के भक्तों की प्यास बुझाने की हर संभव कोशिश किया जाता रहेगा।

कथा में पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताई एकांतेश्वर महादेव की महिमा

कथा के प्रथम दिवस और द्वितीय दिवस में यानी पहले दिन पंडित जी ने एकांत ईश्वर शिव भगवान की महिमा बताई और उन्होंने बताया कि एकांत ईश्वर यानी एकांत में जहां किसी भी प्रकार के लोगों का आना जाना नहीं रहता वहां पर अगर भगवान शिव की शिवलिंग का पूजन अर्चन किया जाए तो निश्चित ही उनसे लाभ प्राप्त होता है जो हमारी जिंदगी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण रहता है। उसी प्रकार कथा के दूसरे दिन उन्होंने बताया कि व्यक्ति को अपनी धन और अपनी पत्नी पर ही नजर रखनी चाहिए यदि वह दूसरों के धन और दूसरों की पत्नी पर नजर रखेगा तो उसकी बर्बादी निश्चित है। उसी प्रकाश तीसरे दिन उन्होंने भगवान के विवाह का प्रसन्न लाते हुए शिव भक्तों को अपने गाने मैं काशी नगरी आई हूं की धुन पर नचाया लाखों भक्त भूखे प्यासे रहकर अपने भोले बाबा की इस धुन में बेतूल होकर नाचे उन्हें किसी भी प्रकार की भूख प्यास की चिंता नहीं रही और वह शिव के आनंद में तरबतर होकर उनके आशीर्वाद को प्राप्त किया।