गैंग से 3 लाख में हुआ था सौदा; नक़ल करवाने वाले 6 गिरफ्तार
- पुलिस कमिश्नरेट में दक्षिण जिले में सांगानेर सदर थाना पुलिस की कार्रवाई
- गिरोह में शामिल कॉलेज के पांच कर्मचारी और एक परीक्षार्थी हुआ गिरफ्तार
जयपुर | रेलवे भर्ती प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। मामले में जयपुर की सांगानेर सदर थाना पुलिस ने गैंग के एक कॉलेज के छह कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। ये प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियाें को पास करवाने की गारंटी देकर उन्हें नकल कराने के लिए तीन से पांच लाख रुपए वसूलते थे।

इस तरह पकड़ा गया गैंग

डीसीपी हरेंद्र महावर के मुताबिक टीसीएस कम्पनी के मैनेजर शिवशंकर सैनी ने सांगानेर सदर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था कि टीसीएस कम्पनी द्वारा रेलवे भर्ती बोर्ड की ऑनलाइन परीक्षा कराई जा रही है। बुधवार को भी एक परीक्षा सीतापुरा जयपुर में स्थित जीआईटी कॉलेज में चल रही थी। तब चैकिंग के दौरान फ्लाइंग टीम को परीक्षा दे रहे मुकेश कुमार के पास एक पर्ची मिली। इसमें सभी प्रश्नों के उत्तर लिखे हुए थे। पूछताछ में मुकेश ने बताया कि उत्तर लिखी हुई यह पर्ची कॉलेज में परीक्षा ड्यूटी में लगे परिवीक्षकों ने दी है। पुलिस ने मुकेश की निशानदेही पर कॉलेज के पांच कर्मचारियों को पकड़ लिया।
3 लाख रुपए में तय हुआ था नकल का सौदा
थाना प्रभारी हरिपाल सिंह राठौड़ के मुताबिक परीक्षार्थी मुकेश कुमार से पूछताछ में सामने आया कि उसने परिचित के माध्यम से अशोक कुमार चौधरी से मुलाकात हुई थी। तब परीक्षा में नकल सामग्री उस तक पहुंचाने के लिए 3 लाख रुपए में सौदा हुआ था। इसके बाद मुकेश जब परीक्षा देने पहुंचा तब वहां परीक्षा के दौरान परिवीक्षक अशोक चौधरी और उसके चारों साथियों ने परीक्षार्थी मुकेश तक उत्तर पहुंचा दिए। पुलिस पड़ताल कर रही है कि इस गैंग ने और कितने परीक्षार्थियों से संपर्क कर नकल करवाई।
नकल के ठेकेदार के नाम
विकास गुर्जर (21) निवासी गांव श्रीरामपुरा, कानोता जयपुर, राधाकिशन गुर्जर (26) निवासी गांव श्रीरामपुरा, कानोता जयपुर, सुरेश गुर्जर (28) निवासी दतवास जिला टोंक, मुकेश कुमार गुर्जर (25) निवासी गांव सुंदरपुरा थाना कोटपूतली, अशोक कुमार मीणा (27) गांव चांदावास थाना रामगढ़ पचवारा जिला दौसा , रेलवे भर्ती प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। मामले में जयपुर की सांगानेर सदर थाना पुलिस ने गैंग के एक कॉलेज के छह कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। ये प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियाें को पास करवाने की गारंटी देकर उन्हें नकल कराने के लिए तीन से पांच लाख रुपए वसूलते थे।
इस तरह पकड़ा गया गैंग
डीसीपी हरेंद्र महावर के मुताबिक टीसीएस कम्पनी के मैनेजर शिवशंकर सैनी ने सांगानेर सदर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था कि टीसीएस कम्पनी द्वारा रेलवे भर्ती बोर्ड की ऑनलाइन परीक्षा कराई जा रही है। बुधवार को भी एक परीक्षा सीतापुरा जयपुर में स्थित जीआईटी कॉलेज में चल रही थी। तब चैकिंग के दौरान फ्लाइंग टीम को परीक्षा दे रहे मुकेश कुमार के पास एक पर्ची मिली। इसमें सभी प्रश्नों के उत्तर लिखे हुए थे। पूछताछ में मुकेश ने बताया कि उत्तर लिखी हुई यह पर्ची कॉलेज में परीक्षा ड्यूटी में लगे परिवीक्षकों ने दी है। पुलिस ने मुकेश की निशानदेही पर कॉलेज के पांच कर्मचारियों को पकड़ लिया।
3 लाख रुपए में हुआ था नकल का सौदा
थाना प्रभारी हरिपाल सिंह राठौड़ के मुताबिक परीक्षार्थी मुकेश कुमार से पूछताछ में सामने आया कि उसने परिचित के माध्यम से अशोक कुमार चौधरी से मुलाकात हुई थी। तब परीक्षा में नकल सामग्री उस तक पहुंचाने के लिए 3 लाख रुपए में सौदा हुआ था। इसके बाद मुकेश जब परीक्षा देने पहुंचा तब वहां परीक्षा के दौरान परिवीक्षक अशोक चौधरी और उसके चारों साथियों ने परीक्षार्थी मुकेश तक उत्तर पहुंचा दिए। पुलिस पड़ताल कर रही है कि इस गैंग ने और कितने परीक्षार्थियों से संपर्क कर नकल करवाई।
ये हैं नकल के ठेकेदार
विकास गुर्जर (21) निवासी गांव श्रीरामपुरा, कानोता जयपुर, राधाकिशन गुर्जर (26) निवासी गांव श्रीरामपुरा, कानोता जयपुर, सुरेश गुर्जर (28) निवासी दतवास जिला टोंक, मुकेश कुमार गुर्जर (25) निवासी गांव सुंदरपुरा थाना कोटपूतली, अशोक कुमार मीणा (27) गांव चांदावास थाना रामगढ़ पचवारा जिला दौसा