अल्ट्रासाउंड वाले ने दी थी तीसरी बार भी बेटी होने की रिपोर्ट
मधुबनी | बिहार के मधुबनी जिले के लदनियां के ठाढ़ी गांव में सोमवार को बच्ची की चोरी नहीं हुई थी, बल्कि उसकी मां सिया देवी ने ही तालाब में फेंक दिया था। वह पहले से ही दो बच्चियों की मां थी और अवैध रूप से कराए गए अल्ट्रासाउंड में रिपोर्ट आयी कि फिर बेटी होगी। कथित रिपोर्ट के बाद उसे उसकी पति की डांट सुननी पड़ी। इससे आहत उसने अपनी छोटी बेटी को तालाब में फेंक दिया और बच्ची चोरी की अफवाह फैला दी। पूरे मामले का खुलासा एएसपी सुमन कुमार शौर्य ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान किया।


बताया कि कि सोमवार की देर शाम बच्ची चोरी की जानकारी मिलने के बाद जब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पूछताछ के दौरान हकीकत सामने आयी। पुलिस को महिला ने बताया कि उसके पति दिल्ली में काम करते हैं। उनका नाम राजीव राय है। वह खुद गर्भवती है। चूंकि पहले से दो बच्चियां हैं तो तीसरी बार गर्भवती होने पर उसने अल्ट्रासाउंड कराया। खुटौना स्थित लाइफ केयर अल्ट्रासाउंड में जांच करायी। जांच में संचालक विनोद यादव ने फिर बच्ची होने की बात कही। इससे पूरा परिवार परेशान हो गया। इस पर उसने अपनी एक बच्ची को तालाब में फेंक दिया। आरोपित विनोद यादव को खुटौना के पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित महिला की निशानदेही पर ग्रामीणों की सहयोग से जलकुंभी हटाने पर बच्ची की लाश मिली। लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज हुई है। प्राथमिकी में महिला की स्वीकारोक्ति केअनुसार हत्या को कारणों में अवैध रूप से जांच करनेवाले चिकित्सक को भी एक कारण माना गया है।
जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर जयनगर व लदनियां पुलिस के साथ पहुंचे एएसपी ने कहा कि इन फर्जी चिकित्सकों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के प्रति संवेदनशील है, तो दूसरी तरफ कुछ फर्जी चिकित्सक द्वारा महज स्वार्थपरता के कारण पेट में पलते बच्चे को जानबूझकर बच्ची होने की बात कही जाती है, जिसका दंश बेटियों को झेलना पड़ता है।