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भूस्खलन में मलबे से 9 शव और मिले, अब तक 17 लोगों की मौत, 47 लापता

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी: केंद्र से हरसंभव मदद का वादा 

इंफाल। मणिपुर में भूस्खलन के बाद मलबे से शुक्रवार को 9 शवों को और निकाला गया. इस घटना में अब तक 17 लोगों की मौत हो गई है।  जबकि 47 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। वहीं 18 घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है।  नोने प्रांत में रेलवे निर्माण स्थल पर गुरुवार को भूस्खलन के बाद कई लोग चपेट में आ गए थे।

गुरुवार रात को रेस्क्यू ऑपरेशन रूकने के बाद बचाव दल ने आज सुबह फिर घटनास्थल पर राहत और बचाव अभियान शुरू किया।  अधिकारियों ने बताया कि अब तक 17 लोग इनमें 14 सेना के जवान, दो श्रमिक और एक अज्ञात व्यक्ति शामिल है, जो भूस्खलन की घटना में मारे गए हैं।  भूस्खलन की यह घटना हफ्तों तक चली बारिश के कारण हुई।

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मणिपुर के डीजीपी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि, इस घटना में हताहत हुए अन्य लोगों की तलाश जारी है. फिलहाल यह नहीं कहा जा सकता है कि कितने लोग मलबे में दबे हैं। भूस्खलन की यह घटना बुधवार देर रात और गुरुवार तड़के हुई, जहां रेलवे निर्माण श्रमिकों की सुरक्षा के लिए 107 प्रादेशिक सेना इकाई को तैनात किया गया था, जो जिरीबाम से इंफाल तक एक रेल लाइन का निर्माण कर रहे थे।  भूस्खलन की घटना के बाद रेलवे, स्थानीय प्रशासन और नेशनल व स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्सेज रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई हैं।

भूस्खलन की घटना के बाद रेलवे, स्थानीय प्रशासन और नेशनल व स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्सेज रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई हैं।  मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि हादसे के वक्त वहां पर टेरिटोरियल आर्मी के 43 जवान मौजूद थे।

इस हादसे पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री आदि ने भी शोक जताया है। पीएम मोदी ने कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह से बात की और दुखद भूस्खलन से पैदा हुई स्थिति की समीक्षा की।  केंद्र से हरसंभव मदद का उन्हें आश्वासन दिया है।  मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने खुद मौके पर जाकर हालात का जायजा लिया।