*पुलिस कप्तान की कुशाग्रबुद्धि अब रंग लाने लगी है*
*ख्याति मिश्रा के अनुभव व संदीप चतुर्वेदी की तत्परता से कलाकार राजकुमार साकेत के हत्यारे सलाखों के पीछे*और
सतना – कुशाग्रबुद्धि का इंसान गंभीर व दूरदर्शी होता है । चूंकि मालवा में तीन दशक रहने का अवसर मिला है तो जाहिर है वहां मित्रमंडली भी है । मित्रों के अनुसार झाबुआ जैसे आदिवासी अंचल में पदस्थापना के दौरान सतना के नवागत पुलिस कप्तान आशुतोष गुप्ता ने जो जागरूकता फैलाई उसकी मिशाल आज भी वहां दी जाती है । वे पावर से नहीं स्नेह से अपने मातहतों से काम लेने वाले कप्तान दिखाएं देते हैं । वे सिर्फ अपनी थोपते नहीं दूसरों की भी सुनते हैं काम करो, जनता को संतुष्ट रखो और इनाम पाओ यह उनका वसूल है । उनके आने के बाद जिला पुलिस अलर्ट मोड पर है आज बात रामपुर बघेलान की करते हैं जहां कलाकार राजकुमार साकेत की हत्या हुई, सूत्रों का कहना है कि हत्यारे सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं और कल पुलिस इसका खुलासा कर सकती है । क्षेत्र में हेड क्वार्टर डी.एम.पी ख्याति मिश्रा का अनुभव अपराधों के लिए अभिशाप बना हुआ है । क्षेत्र में उनकी सतत मॉनिटरिंग पुलिस की निचली मशीनरी को हर पल सजग रहने पर मजबूर करती है । अभी तक क्षेत्र में पुलिसिया रौब दिखाई नहीं दे रहा था । कारण सभी को पता है लेकिन जब से यहां सक्रिय नौजवान थाना प्रभारी संदीप चतुर्वेदी को भेजा गया है मौसम बदल गया है । उल्लेखनीय है कि सिंहपुर के एक नर कंकाल की गुत्थी कई शूरमा में वह गुत्थी सुलझ गई । चतुर्वेदी अपनी बेबाक बात के लिए जाने जाते हैं वे अपने अधिकारियों, नेताओं जनता व मीडिया से स्पष्ट बात करते हैं वहीं वे जहां रहते हैं क्षेत्र की जनता हाईकमान तक पुलिस की शिकायत लेकर नहीं पहुंचती । स्पष्ट है कि जनता को अगर थाना स्तर पर न्याय मिलने लगे तो वह पुलिस कप्तान या सीएम हेल्पलाइन का सहारा क्यों लेगी ।

