बड़ी ख़बर

भाजपा कांग्रेस से जनता का मोह हो रहा भंग

⏰सतना/रामनगर💥आम आदमी का दिख सकता है दम👆🏿 भाजपा व कांग्रेस से हो रहा आम जनता का मोहभंग,,,पिछड़ी व दलित राजनीति से अगड़े हो रहे फिसड्डी,,जैसा कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश मे जंहा वोट तो आम जनता से लिये जाते है,लेकिन लाभ खास जनता को दिया जाता, है राष्ट्रपति,राज्यपाल ,पीएम ,सीएम जो आम जनता के होते हुए भी खुद को दलित ,पिछड़ा बनाकर पेश करते हुए सिर्फ उन्ही के हित लाभों पर चर्चा,विचार विमर्श करते हुए,न्यायपालिका को भी दिग्भर्मित कर निजी लाभ में हित ढूढते देखे जा सकते है,आज़ादी के 70 सालो बाद भी देश मे गरीबो की बढ़ती तादात चिन्ता का विषय है,,दूसरी तरफ खत्म होता पर्यावरण व प्राकृतिक संसाधन दुनियां के लिए चिंता का विषय है,जिसके चलते आम आदमी कही का नही रहा,सरकारे आरक्षण के नाम पर कमाई करके सिर्फ अपने वंश को बढ़ा रही है,जिसके चलते आज भी आम दलित व पिछड़ा गई गुजरी स्थिति में है क्योंकि आरक्षण का लाभ आरक्षित परिवारों तक ही सीमित है,क्रीमीलेयर बनने के बाद भी,एन केन प्रकारेण तथाकथित आरक्षित आरक्षण का लाभ लेने के लिए जमीन आसमान एक करते देखे जा सकते है,,रही बात विकास की तो,सतना जिले का रामनगर अंचल,जो बाणसागर डूब विस्थापितो व प्रभावितों का क्षेत्र है,यँहा पर कांग्रेस व भाजपाई सत्ता धीशो ने जमकर मलाई छानी जिसके चलते आम विस्थापित व डूब प्रभावित आज भी सूरत,गुजरात,बम्बई,दिल्ली में चौकीदारी,में भविष्य देखता हुआ, पलायन कर रहा है,खेत खलिहानो से 30 सालो बाद इन दिनों पाइप तो गुजर रहे है,पानी कब मिलेगा कह नही सकते,रोजगार योजनाओ का आलम यह है कि सब टके सेर है,डूब विस्थापितो के अलावा किसी को भी रोजगार,उद्धोग , धंधे लगाकर माल कमाने का अधिकार है,जाति वाद की ऐसी रेल चल रही है कि दुनिया भर के पिछड़े व दलित ही सर्वत्र नजर आते है,क्षेत्रीय पिछड़े व दलित किसी योजना या लाभ के पात्र नही दिखते,,सामान्य वर्ग का वह व्यक्ति जो इन पिछड़े,दलित नेताओ की चापलूसी,मक्खन पालिस,या पिछलग्गू नही बनता उन्हें लाभ देना तो दूर,सम्बन्धित ढोंगी सफेदपोश उनके नमस्कार को भी पीछे से करते नजर आते है,वही उनके आवेदनों को तो,गलाने में महारथ हासिल है,जिसके चलते जिले में सिर्फ पिछड़ो का ही राग अलापा जा रहा है,,मध्यप्रदेश के सम्भाग,जिले व क्षेत्रीय सामान्य वर्ग के नेता भी पिछड़े व दलित नेताओ की चरण वंदना करके खुद व अपने वंश का भविष्य सुनहरा करने के चक्कर मे सामान्य वर्ग के भविष्य को रसातल में पहुचा चुके है,आलम यह है कि इनके द्वारा किसी भी सार्वजनिक,क्षेत्रीय मुद्दे पर बात नही की जाती,सिर्फ व सिर्फ व्यक्तिगत या जातिगत मुद्दों को ही भुनाया जाता है,चापलूसी का आलम यह है कि,यह अगड़े इन दिनों हरामखोरी का खाकर खुद को पिछड़ा व दलित ही मान कर काम करते नजर आते है,,हालांकि आम जनता अब समझदार हो रही है,जिसके चलते सर्वप्रथम सामान्य वर्ग के भाजपाई व कांग्रेसी आकाओं को आईना दिखा कर,पिछड़े,व दलित तथाकथितो को भी शीशा दिखाने के मूड में है,आम आदमी पार्टी क्षेत्र में लगातार वर्चस्व कायम कर रही है,उसे ,मजदूर, श्रमिक ,सामान्य, पिछड़े,दलित स्कूल अतिथि शिक्षकों,आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ,आशा कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, संविदाकर्मियों, शोषितपीड़ित कर्मचारियों व सत्ता,पक्ष,विपक्ष से ग्रषित जनता का अप्रत्यक्ष साथ मिलना तय माना जा रहा है,क्योकि आम जनता जाति व आरक्षण की राजनीति से तंग आ चुकी है,तथाकथित राजनेता,दल वोट लेते वक्त सबको एक मानते है लेकिन लाभ देते वक्त हिन्दू,मुस्लिम, सिक्ख,ईसाई, सामान्य,हरिजन, पिछड़ा व दलित का पाठ पढ़ा कर अपना उल्लू सीधा करते नजर आते है,जिसके चलते आज भी लोग साक्षर तो हुए पर शिक्षित नही हो पाए,एक्सपर्ट तो हुए पर नागरिक नही बन पाए,जिस सम्बन्ध में आम आदमी पार्टी का क्षेत्रीय संगठन का कहना है की इन्ही विषमताओं को हटाने के लिये झाड़ू है, बिना गन्दगी साफ किये सफाई व स्वच्छता की अलख नही जल सकती,और हर एक को अपने सामने पड़ी गन्दगी हटाने की शुरुआत करनी ही होगी,नही तो गन्दगी जनित बीमारियां उन्हें व उनकी सन्तति को निगल जाएगी,और गन्दगी चाहे राजनीति में हो या समाज मे कभी भी स्वीकार्य नही है,,और आम आदमी आम जनता के लिए तनकर खड़ी है,उनका भरोसा व विश्वास बना रहे ,स्वस्थ्य व सबल लोकतंत्र के लिए जरूरी है…7898080021✍🏿

cg