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सीमांकन हुआ पूरा बाउंड्री वाल अधूरी

सतना/रामनगर नया सीमांकन बेमिशाल,,पुरानी नाप पर ही बन रही नई बाउंडरी बाल❓15 पेड़ गायब,जमीन हुई पूरी,,बाउंडरी बाल फिर भी बन रही आधी -अधूरी अधूरे सीमांकन पर ही प्रारम्भ है परकोटा निर्माण शासकीय मॉडल स्कूल नवीन बाउंडरी निर्माण मामला,,,नए सीमांकन के तहत पूरी हो गई सरकारी जमीन,,ग्रामीण खेतिहर गरीब आदिवासी निकला अवैध अतिक्रामक,, तहसील रामनगर के सीमांकन दल द्वारा,,पेश हुई नवीन सीमांकन रिपोर्ट,व राजस्व आदेश,,तब पर भी 15 पेड़ महुए के है वर्तमान में लापता,,विद्यालय कैम्पस के अंदर नित तन रही झोपड़ियां व कच्चे मकान,,,उसी जमीन पर पीएम आवास भी ताने,,प्राप्त खबर के अनुसार रामनगर स्थित शासकीय मॉडल स्कूल शिक्षा विभाग की खसरा नम्बर 41 की 9 एकड़ 54 डिसमिल जमीन की एन केन प्रकारेण कथित रिकवरी तो हो गई,,ग़ौरतलब है कि विगत पूर्व में उक्त सरकारी जमीन के सीमांकन में काफी जमीन कम पाई गई थी ,,व 19 पेड़ महुए की भी जमीनी कैफियत गायब पाई गई थी,ततपश्चात चली खबरों पर संज्ञान लेकर पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष अमरपाटन विधायक,डॉ राजेन्द्र कुमार सिंह ने,जिला कलेक्टर से लेकर मुख्य सचिव मध्यप्रदेश शाशन को पत्र लिखकर पुनः सीमांकन कराकर सम्पूर्ण सरकारी अराजी व उस पर लगे सारे 20 पेड़ महुयो की रिकवरी कराते हुए,,सरकारी नजरी,नक्शे में छेङछाङ करने वालो व अवैध अतिक्रामको के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही करने की मांग की थी,जिस पर जिला कलेक्टर ने अनुविभागीय अधिकारी रामनगर को पुनः सीमांकन करा कर,सम्पूर्ण जांच,प्रतिवेदन पेश करने का निर्देश दिया था जिस पर ,एसडीएम , तहसील दार रामनगर द्वारा उक्त मामले पर कार्यवाही करते हुए दस सदस्यीय टीम का गठन कर, जिसमे तीन राजस्व मंडलों के आरआई,सात हल्को के पटवारियो ने उक्त जमीन का पुनः13/04/2022 को सीमांकन सम्पूर्ण करते हुए,यह पाया कि पूर्व में 7 एकड़,08 डिसमिल जमीन के अंदर ही परकोटा निर्माण चालू है,दुबारा सीमांकन में 2.42 एकड़ रकबा रिकवर किया गया ,जिस पर रणबहादुर सिंह पिता कंधई सिंह गोंड़ निवासी पोड़िया का अवैध अतिक्रमण दक्षिण की तरफ पाया गया,, सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार वही उत्तर की तरफ,जंहा वाकई अवैध अतिक्रमण है,वँहा पर सरकारी जरीब पहुचकर भी नही पहुची ,जिसके चलते पन्द्रह पेड़ महुए के नदारत हो गए,,जिस पर नगर वासियो ने अलग अलग प्रतिक्रियाएं दी है,,,इस का मजेदार पहलू यह है कि सीमांकन पर सीमांकन तो हुआ पर,ठेकेदार ने काम बंद नही किया अपनी चाल व गति से हल्का,पानी साबुन देकर, बोरा बांधकर जारी है नव निर्माण कार्य,जबकि एसडीएम, रामनगर द्वारा विद्यालय प्राचार्य के माध्यम से संविदाकार को परकोटा निर्माण कार्य स्थगित करने हेतु निर्देशित किया था,मगर ठेकेदार ने पुराने सीमांकन व ऊपरी वर्क आर्डर की दुहाई देते हुए निर्माण कार्य जारी रखा,जिसके चलते 60 %से ज्यादा बाउंडरी बाल का काम पूरा होने की कगार पर है,, कुल मिलाकर ,जिस उद्देश्य के तहत स्कूल की बाउंडरी बाल निर्मित की जा रही है ,,वह अधूरी है,, क्योकि एक तरफ व्हीकल स्टैंड भी बन रहा है,खेल का मैदान,भी नही बच रहा,ग्रामीणों की माने तो उक्त सीमांकन पर भी राजनीति की सफेद छाया मौजूद है,जिसके चलते,,तथाकथितो को अभयदान देकर,गरीबो पर सरकार मेहरबान है,, विद्यालय के बगल से जंहा पर कथित खेल मैदान बचा है के ऊपर से बड़ी हाई टेंशन पावर लाइन गई है,,वही बीच, पर सुअर पालन चल रहा है,साथ ही बांस उद्धोग की फांस अलग से,शेष पर पीएम आवास के हितग्राहियों की लंबी चौड़ी पट्टेदारी है,,जिसके चलते आदिवासी खेतिहर की जमीन पर ,बिना किसी हील हुज्जत के अवैध अतिक्रमण निकल आया, जिस पर जिम्मेवारो को कोई लिखित आपत्ति नही मिली,,जिसके चलते लाल गोले के आधार पर,,लंबा गोल देखकर सरकारी कार्यवाही सम्पादित कर ली गई,,अब बात अलग है कि पेड़ रहे न रहे,जमीन तो मिल गई,,आधी अधूरी ही सही बाउंडरी बाल तो बन गई,,इस सम्बंध में जब सीमांकन जांच टीम के प्रभारी पन्नालाल रावत आर आई झिन्ना से पेड़ो की भौतिक स्थित जानने के बारे में मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क किया गया तो उनसे बात नही हो सकी,,जबकि उस क्षेत्र में सैकड़ो महुए के पेड़ है,,मगर मॉडल स्कूल की जमीन पर 20 महुए के पेड़ो का वजूद होकर भी मात्र कागज में ही नजर आ रहा है,,अब जो जमीन रिकवर हुई है उसमें,4 पेड़ व एक पहले का मात्र 5 पेड़ बचे, है,वही राजस्व आदेश,सीमांकन प्रतिवेदन,सूचना पत्र,स्थल पंचनामा में ,किसी भी महुए के पेड़ की रिकवरी या पेड़ का वजूद ही नही बताया गया है,जबकि उक्त जमीन के खसरे में 20 पेड़ महुए होने की कैफियत दर्ज है,,जिसके चलते उक्त सीमांकन पर भी ग्राम,व नगर वासी प्रश्न चिन्ह उठा रहे है,,अब आगे क्या होगा,जिला कलेक्टर,मुख्य सचिव जाने,यँहा पर राजस्व विभाग ने कोरम पूरा करके जमीन का रकबा निकाल दिया है,,,पथरगड्डी भी कथित तौर से करवा दी गई है,,,शेष शिक्षा विभाग ,,के आला अफसर जाने,जिनके रहमो करम के चलते क्षेत्र की* मॉडल* स्कूल को एक प्राचार्य तक मयस्सर नही है,,जिले ,तहसील,विकाशखण्ड के अधिकांश शासकीय उच्चतर,माध्यमिक स्कूलों में प्रभारी प्राचार्य या प्रभारी हेडमास्टर ही काम चला रहे है,,और प्रदेश की सरकार वैसे भी चाह रही है सबको ठेके में देकर,वसूली पे काम करो,पढ़ाई लिखाई,शिक्षा,दीक्षा ऑन लाइन लेकर साक्षर बन कर,चौकीदारी,व ठेला,गुमटी पर भविष्य देखो, नया,स्टार्ट अप करो,,…ज्ञान, विज्ञान की बाते कर,सत्य,न्याय व धर्म के धंधे में गोता लगाकर साकार मोक्ष्य का स्वाद ले कर,आत्मनिर्भरता बढ़ाने में योगदान दे कर,अपने हिस्से की जिम्मेवारी व जबाबदारी पूरा कर राष्ट्र निर्माण में अपनी आहुति देकर विकास का मार्ग प्रसस्त कर,दुनिया वालो को विश्व गुरु का गुरुत्वाकर्षण दिखाओ।

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