जिला सतना*सतना कोटर तहसीलदार प्रदीप तिवारी हमेशा ही सुर्खियों में रहने वाले तहसीलदार हैं इनकी पकड़ इतनी मजबूत है कि कलेक्टर के भी आदेशों को नहीं मानते प्रदीप तिवारी पर कोई कार्यवाही कर दे तहसीलदार प्रदीप तिवारी इस तरह मनमानी पर उतारू हो चुके हैं की एक पत्रकार को तहसीलदार के खिलाफ खबर लिखना भारी पड़ गया है पत्रकार को थाने में भिजवा कर और उसकी दुकान पर जेसीबी चलवा दिया है।


आखिर में सवाल यह उठता है कि जब पत्रकार शासकीय जमीन पर दुकान बनवाया था तो इसके पहले क्यों नहीं चली जेसीबी क्या कल खबर लिखी और आज ही जेसीबी चलने का मतलब क्या है शिवराज जी आपके राज्य में तानाशाही चल रही है पत्रकार के साथ जो व्यवहार कर रहा कोटर तहसीलदार प्रदीप तिवारी जी बिल्कुल उचित नहीं है अगर यह कार्यवाही तहसीलदार को करनी थी तो पहले क्यों नहीं की खबर लिखने के बाद ही ऐसी कार्यवाही क्यों किया इसका जवाब तो सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा जी को देना होगा ऐसे कर्मचारियों पर कार्यवाही करने से क्यों कतरा रहे कौन से सत्ता पक्ष के नेता का है हाथ पत्रकारों की आवाज उठाने पर तहसीलदार से करवा रहा कार्यवाही तहसीलदार घूसखोर में नंबर वन जहां-जहां भी इन्होंने की है नौकरी वहां वहां हुआ है विवाद चाहे बिरसिंहपुर हो या चाहे नकेहली या कोटर तहसील इन पर तो इतने सारे आरोप लगे हैं किसी का मोबाइल तोड़े तो किसी से मारपीट भी की है इसके बाद भी कलेक्टर एक्शन लेने में पीछे हट क्यों रहा हैं