फिंगरप्रिंट मैच होने के डर से बेटे ने जला ली थी खुद की उंगलियां
गुना |मध्य प्रदेश के गुना के जामनेर इलाके से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां हाल ही में एक 46 वर्षीय व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी, जो कि पेशे से एक दवाखाना संचालक थे। अब इस मामले में पुलिस ने दवाखाना संचालक के नाबालिग बेटे (15) को ही गिरफ्तार किया है। नाबालिग को डर था कि वह परीक्षा में फेल हो जाएगा और पिता उसे डांटेंगे। इसीलिए उसने योजना के तहत पहले पिता की हत्या की और फिर पड़ोसी पर आरोप मढ़ दिया था।


जानकारी के अनुसार, जामनेर इलाके में 2/3 अप्रैल की दरमियानी रात को दुलीचंद्र अहिरवार की हत्या हो गई थी। जिसमें दुलीचन्द्र के बेटे ने शिकायत दी थी कि उसके पिता कमरे में अकेले सो रहे थे। रात के डेढ़ बजे उनके चिल्लाने की आवाज आई और वह जब कमरे में पहुंचा तो उसके पिता खून में लथपथ पड़े थे। इसी दौरान एक शख्स कुल्हाड़ी लेकर छत पर भागता हुआ दिखाई। बेटे के मुताबिक उसने जब पीछा किया तो वह रस्सी के सहारे उतरकर फरार हो गया।
मामले में एसपी राजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि बेटे ने अपनी तहरीर में पड़ोसी पर संदेह जताया था। जिसके चलते हमने पड़ोसी को हिरासत में लिया था, लेकिन पुलिस को बेटे की कहानी पर शुरू से ही संदेह हुआ। पुलिस ने दोनों एंगल्स को ध्यान में रखते हुए जांच शुरू की। फिर पड़ोसी से पूछताछ, डॉग स्क्वाड और अन्य परीक्षण के चलते शक कि सुई बेटे पर ही घूम गई। पुलिस ने पूछताछ की तो उसने सारा उगल दिया।
पुलिस ने बताया कि नाबालिग बेटे ने फिंगरप्रिंट की जांच से बचने के लिए अपने हाथ की उंगलियों को भी जला दिया था। पुलिस पूछताछ में बेटे ने बताया कि अक्सर उसके पिता पढ़ाई को लेकर डांटा करते थे। हाल ही में उसके पिता ने कहा था कि यदि वह 10वीं की परीक्षा में फेल हो गया तो वे उसे घर से निकाल देंगे। वहीं, बेटे की भी तैयारी अच्छी नहीं थी तो फेल होने का डर सताने लगा। इस दौरान उसने देखा कि पड़ोसी से नाली को लेकर झगड़ा चल रहा है और फिर प्लान बनाया।