देवघर |देश में साइबर अपराधी लगातार लोगों को झांसा देकर लाखों की चपत लगा रहे हैं। ऐसे ही मामले में गुजरात पुलिस ने झारखंड के एक 25 वर्षीय व्यक्ति को 40 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। गुजरात पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी के 35 मामलों में झारखंड पुलिस से उसे हिरासत में लिया है।

मामले में पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी की पहचान झारखंड के देवघर जिले के नागदरी गांव के रहने वाले सज्जाद अंसारी के रूप में हुई है। पूछताछ के दौरान अंसारी ने कहा कि वह सेना में जाने का इच्छुक है। हालांकि, पिछले कुछ समय से वह अपने गांव के कुछ लोगों के संपर्क में आया, जो अंजान लोगों को फर्जी फोन कॉल करके अच्छी कमाई कर रहे थे।

साल 2018 के दौरान सज्जाद अंसारी भी उन लोगों के साथ शामिल हो गया। फिर नकली लोन का वादा करके कई विदेशियों को ठगा। इसके बाद में, सज्जाद अंसारी ने खुद को एक सेना अधिकारी के रूप में पेश किया और कई भारतीय नागरिकों को उनके डेबिट और क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स से धोखा दिया। सज्जाद अंसारी ने लोगों को फर्जी आधार पर लोन दिलाने के नाम कई लोगों को लाखों की चपत लगाई।
मामले में पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी सज्जाद अंसारी ने लगभग एक साल में 35 से अधिक लोगों को धोखा दिया है। जालसाज़ सज्जाद ने अधिकतर मामलों में उसने खुद को कभी भारतीय सेना या फिर कभी सीआरपीएफ के एक अधिकारी के रूप में दर्शाया था। पुलिस ने बताया कि सज्जाद अंसारी ने गुजरात में लगभग 35 लोगों को करीब 40 लाख रुपये की चपत लगाई है।
झारखंड पुलिस ने सज्जाद अंसारी को 10 मार्च के दिन गिरफ्तार किया, जिसके बाद अब उसे अहमदाबाद पुलिस के हवाले कर दिया गया है। आरोपी सज्जाद अंसारी पर अभी तक दो साइबर धोखाधड़ी के मामलों में उसकी भागीदारी की पुष्टि हुई है। जिसमें उसके खिलाफ रामोल और कालूपुर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। जबकि 33 अन्य मामलों में सज्जाद अंसारी के शामिल होने की अभी पुष्टि नहीं हुई है।