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निधि मिश्रा(द्विवेदी )की अबैध नियुक्ति का संरक्षक आखिर है कौन ?

रामनगर सतना(शैलेन्द्र चौरसिया)

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सीईओ हरीश केशरवानी ने 52 दिन बाद देवरामोल्हाई पंचायत कर्मी के जाँच  के निर्देश जारी

सतना।  जनपद पंचायत रामनगर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरीश केशरवानी अबैध नियुक्ति को खुले के दे रहे संरक्षण।देवरामोल्हाई सचिव निधि मिश्रा(द्विवेदी) पिता नरेश मिश्रा की नियुक्ति तत्कालिक सीईओ के सत्यप्रति प्रमाणित दस्तावेज ही बया कर रहे नियुक्ति अबैध है।
जिसमे शिकायत पश्चात सीईओ हरीश केशरवानी ने 52 दिन बाद जाच के निर्देश जारी किये।जब की शिकायत पत्र मे दो नियुक्ति आदेश के साथ ज्वाईनिंग उपस्थित पत्र प्रभार आदेश का उल्लेख पत्र कलेक्टर पंचायत अनुमोदन नियुक्ति आदेश वा सीईओ के नियुक्ति आदेश सभी सत्यप्रति प्रमाणित दस्तावेजों के साथ अबैध नियुक्ति की शिकायत हुई थी।जिसमे उसी कर्मचारी को जाच टीम का प्रभारी बनाया जो जनपद के अधिकारियों की जाच रिपोट को गलत और भारतीय संविधान अनुसार न्यायिक दण्डाधिकारी अधिकारी के आदेश पर कार्यपालक मजिस्ट्रेट की जाच रिपोर्ट जो मेरी जानकारी मे सबसे बडी जाच रिपोर्ट होती उसके पश्चात कोई जाच नही होती के विपरीत अपनी झूठी और गलत रिपोट प्रस्तुत करता है। उस भ्रष्टाचारी गद्दार को जाच टीम का प्रभारी नियुक्ति करते है। उसने पुनः वही किया जिसके लिए उसे नियुक्त किया गया था। और वही हुआ भी।
गौर फरमाए सीईओ के सिस्टम तंत्र के पत्र
देवरामोल्हाई पंचायत कर्मी निधि मिश्रा(द्विवेदी) की नियुक्ति सरपंच बाबू प्रसाद द्विवेदी पीसीओ स्वामीदीन कलेक्टर पंचायत सतना का अनुमोदन सीईओ रामनगर का नियुक्ति आदेश ये सभी प्रमाणित करते है की निधि मिश्रा(द्विवेदी) की नियुक्ति अबैध है।जिसमे सीईओ रामनगर द्वारा सचिव निधि मिश्रा (द्विवेदी) को पत्र क्रमांक 2744 दिनांक 23-03-2022 को नियुक्ति कर्तव्य पर ज्वाईन उपस्थित आदेश 253 दिनांक 02-01-2008 के सम्बंध मे एवं सीईओ के नियुक्ति आदेश जिसका नियुक्ति मे कही उल्लेख नही विसंगति पर अबैध नियुक्ति सचिव से जबाब मागा जाता है जब की पत्र लेख तो कलेक्टर पंचायत सतना को होना चाहिए जिनके अनुमोदन पर सीईओ रामनगर ने ज्वाईनिंग उपस्थित के अगले माह 23 दिन बाद नियुक्ति आदेश जारी है।
अबैध नियुक्ति का मूल फाल्ट
पहला सरपंच का आदेश पत्र क्रमांक 253 दिनांक 02-01-2008 नियुक्ति आदेश अबैध जिसमे 07-01-2008 को कर्तव्य पर ज्वाईन उपस्थित पश्चात 11-01-2008 प्रभार दिलाया गया।किन्तु सरपंच और सीईओ का अबैध नियुक्ति पर खेल कहा अभ्यर्थी के समझ मे होता है,जब की 21-01-2008 को सीईओ प्रदीप सिंह के पास शिकायत हुई थी। और वो पत्र सच्चाई मूल था। जिस पत्र दबाने के पश्चात पत्र क्रमांक 253 दिनांक 01-02-2008 को सीईओ प्रदीप सिंह ने नियुक्ति आदेश जारी किया जिसमे पत्र क्रमांक दिनांक सब कुछ पर बिशेष ध्यान रखा गया।जहां प्रदीप सिंह के रीवा निवास पर सरपंच बाबू द्विवेदी का बंद लिफाफा लगभग सत्तर हजार रूपये के साथ उपस्थित होना राजनीति का बिशेष दबाब पडना इस नियुक्ति का स्वरूप था।