रीवा में श्रीमद् भागवत कथा का भक्तों ने किया श्रवण:देवकीनंदन ठाकुर बोले- ‘मैं तो आई वृन्दावन धाम, किशोरी तेरे चरनन में’ झूमे भक्त

रीवा शहर के रतहरा बाईपास स्थित जेएनसिटी कॉलेज के मैदान में गुरुवार से श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। पहले दिन ‘मैं तो आई वृन्दावन धाम, किशोरी तेरे चरनन में’ भक्ती गीत सुनाकर कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने श्रद्धालुओं को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण कराते हुए ठाकुर जी महाराज ने भक्तों से कहा कि कलयुग में लोगों के कल्याण का मार्ग प्रशस्त श्रीमद्भा गवत करती है। ऐसे में भगवान की श्रीमद्भा गवत कथा का सभी लोग श्रवण करें।

विश्व शांति सेवा समिति एवं विश्व शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा देवकीनंदन ठाकुर की शहर में पहली बार 3 से 9 मार्च के बीच कथा आयोजित की जा रही है। कथा से पहले देवकीनंदन ठाकुर किला स्थित महामृत्युंजय मंदिर पहुंचे। जहां पूजा-अर्चना के बाद विधि-विधान से शोभायात्रा निकाली गई। इसके बाद कथा वाचक श्रीमद् भागवत कथा पंडाल पहुंचे। जहां अतिथियों की मौजूदगी में दीप प्रज्वलन प्रथम दिवस के कथा की शुरुआत हुई। अंत में भागवत आरती और विश्व शांति के लिए प्रार्थना की गई।
देवकीनंदन ने कहा कि रीवा जहां पर हम और आप सभी श्याम सुन्दर की पावन श्रीमद भागवत कथा, जिस कथा के फल स्वरूप क्या प्राप्त नहीं हो सकता। भागवत में लिखा है जिसके करोड़ों-करोड़ों जन्मों के पुण्य एकत्रित हो जाये वो व्यक्ति भागवत कथा सुनने का अधिकारी होता है। ऐसे भाग्यवान लोगों के भाग्य का वर्णन श्रीमद्भागवत महापुराण में कहा गया है की जिसके करोड़ों जन्मो के पुण्य एकत्रित होते है वो कथा श्रवण का अधिकारी होता है।
कथा पंडाल में मुख्य यजमान के रूप में रामनरेश गुप्ता, सह यजमान ब्रज लाल सोनी, गोवर्धन दास, पुष्प पाण्डेय, जेएन सिटी कॉलेज के चेयरमैन सत्यनारायण चतुर्वेदी, पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। साथ ही देवकीनंदन ठाकुर से आशीर्वाद प्राप्त किया। श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर कपिल देवहूती संवाद, सती चरित्र, ध्रुव चरित्र का वृतांत सुनाया जाएगा।