- जिलाचिकित्सा अधिकारी के कार्यालय की सेटिंग से चलते हैं खुलेआम क्लीनिक मलाई खा रहे कर्मचारी अनजान अधिकारी
- कोठी में चल रहे अवैध पैथालॉजी व बिन फार्मासिस्ट व बिना गाइडलाइन के मेडिकल दुकान
- अगर जांच व छापेमारी की कार्यवाही की जाए तो कोठी क्षेत्र के दर्जनों झोलाछाप डॉक्टरों के यहाँ करोड़ो की दवाइयों का जखीरा निकलेगा
सतना | सतना जिले के कोठी सहित आसपास के क्षेत्रों में बीमारियों का मौसम आते ही कुकुरमुत्ते की तरह झोलाछाप डॉक्टरों व पैथालॉजी ,बिना फार्मासिस्ट के अवैध दवा दुकान जिनमे झोलाछापो की सेटिंग व कमीसनबाजी का मकड़जाल फैल चुका है आपको बता दें जहा सरकार एक ओर करोड़ो रूपये खर्च कर गरीबो सहित आमजन के लिए बड़े बड़े अस्पताल सहित लाखो की दवाइयां निःशुल्क दी जाती हैं वही इन झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा गाव के भोले भाले गरीब लोगो को इन झोलाछापो द्वारा बच्चों से लेकर बड़ो तक का इलाज चाहे वो बुखार हो या कैंसर किया जाता है व लूटा जाता है लेकिन जब ज्यादा दिक्कत हुई तो नजदीकी सरकारी अस्पताल में भेज दिया जाता हैं ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निरोग भारत का सपना जिसके कारण गाव गाव में आयुष्मान हास्पिटल तक खोले गए लेकिन कर्मचारियों के काम न करने से झोलाछाप हो रहे हावी ।आपको बता दें कोठी सहित क्षेत्रो में दर्जनों झोलाछाप का आतंक फैला हुआ है , लेकिन आज तक कार्यवाही के नाम से न तो बीएमओ व न ही जिलाचिकित्सा अधिकारी ने रुचि ली आखिर क्यों इन पर मेहरबान हैं स्वस्थ विभाग।खा रहे मलाई या जानकारी का अभाव।

