डीलर चुनाव में खुद को और अपने रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए मुफ्त गेहूं-चावल बांट रहे हैं और लोगों को अपने पक्ष में मतदान करने के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं. ऐसे पीडीएस डीलरों के खिलाफ अब राज्य निर्वाचन आयोग कड़े कार्रवाई के मूड में है.
पटना/भोजपुर/अररिया| बिहार पंचायत चुनाव में लगातार आचार संहिता उल्लंघन का मामला सामने आ रहा है. ऐसे में बिहार राज्य निर्वाचन आयोग लगातार कड़ी कार्रवाई कर उन लोगों पर लगाम लगाने की कोशिश में जुटा है जो नियमों की अनदेखी कर चुनाव जीतने का प्रयास कर रहे हैं. दरअसल भोजपुर जिले के चरपोखरी के मझिआंव और अररिया जिले के तरारी के करथ समेत अन्य इलाकों में शिकायत मिल रही थी कि पीडीएस डीलर मुफ्त अनाज बांट कर लोगों को लुभाने की कोशिश की कोशिश कर रहे हैं. बिहार के कई पंचायतों में डीलरों द्वारा चुनाव लड़ने के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन की खबरें आ रही हैं. बताया जा रहा है कि डीलर चुनाव में खुद को और अपने रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए अधिक मात्रा में और मुफ्त गेहूं-चावल बांट रहे हैं और लोगों को अपने पक्ष में मतदान करने के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं. ऐसे पीडीएस डीलरों के खिलाफ अब राज्य निर्वाचन आयोग कड़े कार्रवाई के मूड में है.


ऐसी शिकायतों के बाद निर्वाचन आयोग के उपसचिव के आदेश का हवाला देते हुए एसडीओ अमरेन्द्र कुमार ने चरपोखरी और तरारी के बीडीओ और एमओ को वैसे डीलरों के खिलाफ जांच करने के निर्देश दिया है जो इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त हैं और चुनाव लड़ रहे हैं. बताया जा रहा है कि कई डीलर तो सरकारी अनाज के अलावा खुद भी खरीदकर लोगों को गेहूं, चावल, केरोसिन आदि बांट रहे हैं.
मामले की जांच में जुटा प्रशासन
आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में आदेश मिलते ही चरपोखरी और तरारी के प्रखंड विकास पदाधिकारी ने जांच शुरू कर दी है. वैसे डीलरों और उनके रिश्तेदारों की पहचान की जा रही है जो चुनाव में लाभ लेने के लिए मुफ्त में राशन बांट रहे हैं. उन डीलरों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मिली जानकारी के अनुसार वैसे डीलरों की दुकानों को बंद कराया जाएगा और पास के दूसरे डीलरों की मदद से अनाज वितरण की सप्लाई चेन को जारी रखा जाएगा.