एसएसपी ने बताया कि उनकी टीम इस घटना के बाद से ही अलग-अलग एंगल से जांच कर रही थी लेकिन मामला ऐसा निकला जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी
पटना. पटना पुलिस ने बिहार के बहुचर्चित इंडिगो मैनेजेर रूपेश सिंह हत्याकांड का खुलासा कर लिया है. घटना के करीब 22 दिन बाद पटना के एसएसपी ने इस मर्डर मिस्ट्री का खुलासा करते हुए बताया कि रूपेश सिंह की हत्या रोडरेज के कारण हुई थी| एसएसपी उपेंद्र शर्मा के मुताबिक पटना के रहने वाले चार अपराधियों ने ही मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था| पुलिस ने लंबे अनुसंधान के बाद घटना को अंजाम देने वाले एक आरोपी को पटना से ही गिरफ्तार किया है|


पुलिस को उसके पास से घटना में प्रयुक्त हथियार, गोली, बाइक के अलावा अन्य सामान भी मिले हैं| रूपेश हत्याकांड में पकड़े गए आरोपी का नाम रितु राज है जो मूल रूप से धनरूआ का रहने वाला है और उसका ननिहाल जहानाबाद का घोसी है| पुलिस के मुताबिक रोडरेज की घटना में ही चार लोगों की संख्या में रहे बाइक सवार अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया था|
घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी लगातार लोकेशन बदल रहे थे जिसमें से एक रांची से आने के क बाद पुलिस द्वारा पकड़ा गया. घटना को अंजाम देने के बाद ऋतुराज रांची भाग गया था| पुलिस ने काफी सतर्कता से इस मामले की अनुसंधान की जिसके बाद हाई प्रोफाइल दिख रहा है यह मामला रोडरेज में तब्दील हो गया|
पटना एसएसपी ने बताया कि पुलिस की टीम ने इस घटना को सुलझाने के लिए 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे के फुटेज निकाले और 600 जीबी डाटा का अध्ययन किया जिसके बाद पुलिस को मामला सुलझा सुलझा दिखा. इस हत्याकांड में पकड़ा गया आरोपी बाइक चोरी जैसी घटनाओं को अंजाम देता रहा है|
पटना एसएसपी के मुताबिक हत्यारों ने रूपेश सिंह की हत्या के लिए पहले भी चार बार प्रयास किए थे लेकिन वह सफल नहीं हो पाए थे. हत्या की घटना को अंजाम देने वाले ऋतुराज ने कबूल किया है कि उसे पता नहीं था कि उसने जिस व्यक्ति की हत्या की है वह इतना हाई प्रोफाइल है|