जिला पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक में लिया निर्णय
दुर्ग : पशुधन विकास विभाग के माध्यम से महामण्डलेश्वर राजेश्री डाॅ. महंत रामसुन्दर दास जी अध्यक्षता में जिला पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में अध्यक्ष ने कहा कि नरूवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के माध्यम से गौसेवा का रास्ता खुला है। उन्होंने कहा कि पशुओं पर क्रूरता की लगातार मॉनिटरिंग हो।इस योजना के क्रियान्वयन से संबंधित जानकारी प्रत्येक समय सीमा बैठक में रखी जाना चाहिए तथा क्रियान्वयन किया जाना चाहिये। स्कूलों में इससे संबंधित निबंध प्रतियोगिता कराकर बच्चों को पशु संबंधी जानकारी देकर तथा इस संबंध में आम जनता को प्रेरित करना चाहिये। घुमंतु पशुओं की देखरेख के लिये आम जनता को गौ सेवा के लिए प्रेरित किया जाना चाहिये।
अध्यक्ष ने प्रशासन से गौ अभ्यारण्य बनाने की बात कही, ताकि घुमंतु पशुओं को वहीं पर छोड़ा जा सके। इसके लिए जिले के सीमावर्ती इलाके में 50 एकड़ भूमि का चिन्हांकन किया जाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि मृत पशुओं का अंतिम संस्कार सम्मानपूर्वक किया जाना चाहिये, इसके लिए मुक्तिधाम बनाने को कहा हैं । साथ ही मुक्ति धाम के लिए भी जगह चिन्हांकितकिये जाने के निर्देश दिये ।
