पति बेटे के धर्म परिवर्तन ना करने पर पत्नी व बड़े बेटे को घर से किया अलग ,भाई दे रहा बहन के घर का खर्चा और पास्टर दे रह घर का किराया
आशा साहू
पास्टर के साथ टिक्कम लाल साहू का बड़ा बेटा
धर्म परिवर्तन ने किया परिवार को तबाह विगत कई वर्षों से दुर्ग जिले के अलावा सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य में धर्म परिवर्तन का प्रशासन की आंखों के सामने धड़ल्ले से चल रहा जिस पर किसी भी प्रशासनिक अधिकारी की नजर नही है,लेकिन विश्वहिंदू परिषद बरजंग दल इस पर निरंतर उग्र प्रदर्शन कर प्रदेश के हर जिले मे हिन्दू धर्म को बचा रहा है,जिसका सबसे बड़ा गढ़ दुर्ग जिला है जंहा पर प्रदेश के बड़े बड़े नेताओ का निवास है बावजूद क्रिश्चन धर्म मे भोले भाले गरीब परिवारों को प्रलोभन देकर कनवर्ट किया जा रहा है।ऐसा ही एक मामला आया हिन्दू परिवार क्रिस्चन धर्म से बुरी तरह प्रभावित हो चूका है,इस परिवार की स्थिति पूरी तरह से नष्ट होने की कागार पर है ।इस व्यथा से पीड़ित परिवार के कुल चार सदस्य है जो कुछ वर्ष पहले तक शांत सरल तरीके से अपने जीवन का गुज़ारा कर रहा था लेकिन धर्म परिवर्तन की लालच ने पुरे परिवार को बर्बादी के कागार पर लाकर खड़ा कर दिया है ।

दुर्ग के जयंती नगर में रहने वाले टिक्कम लाल साहू के घर में धर्म परिवर्तन की जोरों की हवा चली है और इसमें वे पूरी तरह से बर्बाद होने वाले है इसी आशंका से भयभीत होने पर उन्हें बजरंगदल जो की धर्म परिवर्तन के लिए नासूर है और गौ रक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित है की जानकारी होने पर इन्होने विश्व हिन्दू परिषद् बजरंगदल के प्रांतीय संयोजक रतन यादव को दी ।जिस पर उन्होने जिला संयोजक अपूर्व सिंग और जिला सह संयोजक राकेश शिंदे को लेकर मामले की रणनिति बनाई ।
मामला यह है –
टिक्कम लाल साहू के घर में उसके अलावा उसकी पत्नी आशा साहू अपने दो बेटे के साथ सुखपूर्वक रहते थे ऐसे में 2015 से 2020 तक क्रिश्चन धर्म पास्टर ओबेद दास ओर उसकी पत्नी अंजू दास का निरन्त घर आना जाना रहा और क्रिश्चन धर्म अपनानने के लिए इन्होने टिक्कम लाल साहू की पत्नी आशा साहू को एकांत में बुला 80000 रुपयों का प्रलोभन देकर 60 से 70 हजार की गाड़ी को 20 हजार में देने,तबियत खराब होने पर प्रार्थना से ठीक कर देने की बात कर इस तरह का प्रलोभन दिया गया जिस पर आशा साहू पादरी ओबेद दास इर उसकी पत्नी अंजू दास की बातों में आई ,और वह क्रिस्चन धर्म की और आकर्षित होती चली गई ।जब इस बात का पता टिक्कम साहू को चला तो वे नाराज़ हो गए और इस बात का विरोध करने लगे ,उनकी पत्नी उन्हें साथ ही अपने दोनों बेटो को भी धर्म परिवर्तन करने को कह रही थी । लगातार धर्म परिवर्तन को मना करने पर आशा साहू ने सभी बातों की जानकारी पादरी ओबेश दास को दी उन्होंने आशा की स्थिति से निपटने की राह दिखाई ,आशा ने अब दुसरे तरीके से अपना विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया उसने अपने पति से कहा की वे अगर उनके साथ धर्म परिवर्तन नहीं करेंगे तो वे उन्हें दहेज़ व मारपीट के झूठे आरोप में फंशा देगी उन्हें जेल भिजावा देगी लेकिन फिर भी बात नहीं बनी ।
पास्टर की मेहनत आखिर रंग ले ही आई

जिस योजन से क्रिश्चन धर्म पास्टर ओबेद दास ने अपना कार्य शुरू किया था वह मेहनत आखिर रंग ला ही ली ,24 अप्रैल 2020 को हस्ते खेलते परिवार की बहू आशा साहू घर से अपने दोनों बच्चों(दुष्यंत साहू उम्र 17 साल,छबि कांत साहू उम्र 16 साल) को लेकर निकल गई। छोटा लड़का छबि साहू पर उसकी माता आशा साहू ओर उसका बड़ा भाई दुष्यंत साहू पास्टर के कहने पर पूरी तरह क्रिस्चन धर्म में ढल गए लेकिन छोटा बेटा उस बदले हुए धर्म को नहीं अपना पाया ।इसकी माँ और बड़ा भाई लातो जूतों से मार क्रिश्चन धर्म को अपनाने के लिए कहते थे,जिस पर छोटा बेटा छबि साहू क्रिश्चन धर्म का बहिष्कार कर जेसे तेसे वंहा से भाग अपने घर आ गया और समूची घटना की जानकारी अपने पिता को दी।उसके बाद आशा साहू ने 24 दिसंबर 2020 को पूर्ण रूप से क्रिश्चन धर्म को अपना लीया।
दबाव बनाने मांग रही जायदाद का हिस्सा , भाई – पास्टर दे रहे साथ
आशा साहू ने अपने पति को क्रिस्चन धर्म अपनाने के लिए तरह तरह के हथखंडे अपना रही है जिसके तहत अब उसने अपने अपने पति को तलाक के लिए कहा और और उसकी जायदाद का आधा हिस्सा देने की बात लगातार करते आ रही है । साथ ही मारपीट के आरोप में फंसाने की बात कही जिसके तहत उसने पुलिस में भी मारपीट की शिकायत की है ,जिसकी कौन्सलिग़ भी हो चुकी है ।
24 अप्रेल 2020 से अभी तक पत्नी आशा साहू अपने बड़े बेटे दुष्यंत साहू के साथ अपने पति और परिवार को छोड़ किराए के मकान में रह रही है जिसका किराया 2200 पास्टर ओबेद दास दे रहा है और घर का खर्चा चलाने के लिए मामा बीरेंद्र साहू प्रति माह 3से4 हजार दे रहा जो खुद भी पिछले 4 महीनों से पूरी तरह से क्रिश्चन धर्म मे परिवर्तित हो गया है।
मोहन नगर थाना में किया एफ आई आर
विश्व हिन्दू परिषद्र बजरंदल ने प्रांतीय संयोजक रत्न यादव, दुर्ग जिला संयोजक अपूर्व सिंह ,राकेश शिंदे ,मयंक उमरे जिला सहसंयोजक ,राजेश बिज जिला वि.ख,प्रमुख ,संजीव चौबे जिला सुरक्षा प्रमुख ,banti पवार रवि भारती सहित अन्य प्रमुख सदस्यों के साथ टिक्कम लाल साहू ने अपने बेटे के साथ गए जहाँ रतन यादव के नेतृत्व में दुर्ग सीएस पी विवेक शुक्ल को दोषी पास्टर और उनके साथीयो के ऊपर त्वरित गिरफ्तारी करने की मांग की,और मोहन नगर थाने में एफ आई आर करवाया |दुर्ग सीएस पी विवेक शुक्ल ने आश्वाशन दिया की मामले की जाँच कर तुरंत कार्यवाही की जायेगी |
क्रिश्चन धर्म मे शामिल के प्रलोभन
1- भगवान को छोड़ने पर सभी परेशानियां दूर हो जाएगी एवं आपको कभी भी कोई बड़ी बीमारी नही होगी।
2- हर परिवार को 70 हजार से 1 लाख का प्रलोभन।
3- हम किसी भी बीमारी को जड़ से खत्म कर देते है।
4- महिलाओं को प्रलोभन 60 से 70 हजार की स्कूटी को 20 हजार में देना।
क्रिशचन धर्म छोड़ने पर मानसकि दबाव डाल डराना
1- अगर आप चर्च नही जाओगे तो आप आपके परिवार बच्चे सबकी तबियत बिगड़ने लगेगी।
2- अगर आप फिर से हिन्दू धर्म मे जाओगे तो आपके परिवार से किसी 1 की मृत्यु होगी।
3- अगर तुम सिंदूर को फिर से धारण करोगी तो तुम्हारा पति की मृत्य हो जाएगी जिसमें सब तुम्हे दोषी ठहरायेंगे।
दुर्ग शहर में इन क्रिश्चनों का अड्डा उरला,राम नगर,कातुलबोर्ड,जयंती नगर,जवाहर नगर में है।
विश्व हिंदू परिषद्र बजरंगदल दुर्ग ने पुलिस प्रशासन से मांग किया है की पास्टर ओबेद दास ने पिछले 1.5 वर्षो में ऐसे 20 से 22 घरों को उझाडा है जिस पर बजरंग दल ये अपील करती है कि पास्टर ओबेद दास,पत्नी अंजू दास एवं उसकी दोनों बेटियो पर तत्काल FIR करें एवं उसके निवास स्थान से सभी को गिरफ्तार करने की तत्काल कार्यवाही करें। तत्काल F I R एवं गिरफ्तारी नही करने पर बजरंग दल उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य होगी,जिसकी सम्पूर्ण जवाबदेही थाना प्रभारी जी की होगी।अतः थाना प्रभारी जी आपसे विनम्र निवेदन है कि ऐसे बढ़ रहे दीमकों पर तत्काल कार्यवाही करे जिससे समूर्ण जिले में धर्म परिवर्तन करने पर पूर्ण रूप से रोक लग सके।