छत्तीसगढ़ के कांकेर के नक्सल प्रभावित कोड़ेकुरसी थाना क्षेत्र में बीएसएफ जवान (BSF Jawan) द्वारा सुसाइड करने का मामला सामने आया है. हालांकि बीएसएफ जवान लक्ष्मण ने खुद को गोली क्यों मारी, इसका कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है. यही नहीं, पिछले कुछ सालों में 200 से अधिक जवानों ने सुसाइड करने से बीएसएफ की चिंता बढ़ गई है.
कांकेर| छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के नक्सल प्रभावित कोड़ेकुरसी थाना क्षेत्र के करकापाल में बीएसएफ के जवान ने कैम्प में खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया है. बीएसएफ जवान का नाम लक्ष्मण बताया जा रहा है. जबकि कांकेर एसपी शलभ सिन्हा ने घटना की पुष्टि की है. यह घटना मंलगवार को करीब दोपहर 1 बजे घटी. यही नहीं, जवान लक्ष्मण ने अपनी रायफल से खुद को गोली मार ली और गोली की आवाज से कैम्प में अफरा तफरी मच गई थी.


इस घटना के बाद साथी जवानों और बीएसएफ के अधिकारियों ने जवान की गंभीर स्थिति को देखते हुए तत्काल जिला पुलिस को इसकी सूचना दी. इसके बाद जवान को हेलीकॉप्टर से रायपुर रेफर किया गया था, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया.
जवान की मौत की वजह नहीं चली पता,लगातार बढ़ रहे हैं जवानों की खुदकुशी के मामले
बीएसएफ जवान लक्ष्मण ने खुद को गोली क्यों मारी, इसका कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है. जबकि बीएसएफ के अधिकारी मामले की जांच में जुटे हुए हैं.साल 2007 से साल 2019 तक की स्थिति के मुताबिक, सुरक्षा बल के 201 जवानों ने आत्महत्या की है. इसमें राज्य पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवान भी शामिल हैं. जबकि साल 2020 में करीब 7 से ज्यादा जवानों ने खुदकुशी की है.
ये हैं 2020 की कुछ प्रमुख घटनाएं
* 9 दिसंबर 2020 अंतागढ़ में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जवान स्वराज पीएल केरल के वायनाड का रहने वाला था.
* 9 अप्रैल 2020 को कोयलीबेड़ा कैंप में उत्तर प्रदेश का रहने वाला जवान प्रदीप शुक्ला ने सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी.
* 30 नवंबर 2020: बीजापुर जिले के कुटरु थाना इलाके में पुलिसकर्मी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी.
* 29 नवंबर 2020 में धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र पामेड़ थाना में पदस्थ एक आरक्षक ने अपनी सर्विस रायफल से खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी.
* 29 नवंबर 2020: कांकेर के पुसपाल थाने में तैनात सीएएफ के जवान दिनेश वर्मा ने खुद को गोली मार आत्महत्या कर ली. दिनेश वर्मा पुसपाल थाने में तैनात था और दुर्ग जिले के भिलाई का रहने वाला था.