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पुलिस ने आनन फानन में बिना हाथों वाले बुजुर्ग दिव्यांग पर लगा दी फायरिंग कर हत्या और डकैती की धारा

अनोखा कारनामा यूपी पुलिस का  बेहद हास्यास्पद

बरेली| उत्तर प्रदेश के बरेली  जनपद में गत दिनों हाईवे पर युवक की हत्या और डकैती करने वाले आरोपियों व उनके मददगारों पर सख्त कार्रवाई करने के नाम पर पुलिस  ने एक ऐसे बुजुर्ग को आरोपी बनाया है, जिनके दोनों हाथ ही नहीं हैं. पुलिस ने इस बुजुर्ग को गोली चलाने और लूट करने का मुख्य आरोपी बनाया है. पीड़ित बुजुर्ग मुकदमा दर्ज होने के बाद से अफसरों के साथ-साथ पुलिस कर्मचारियों के चक्कर काट रहा है और अपने दोनों हाथ दिखा कर न्याय की मांग कर रहा है. हालांकि, जैसे ही यह प्रकरण एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के संज्ञान में आया तो उन्होंने इस पूरे मामले की जांच शुरू करा दी है. उनका कहना है कि अगर बुजुर्ग की बात सही है और वह दिव्यांग हैं तो पुलिस उनका नाम मुकदमे से हटाएगी. किसी भी निर्दोष को किसी भी प्रकरण में जेल नहीं जाने दिया जाएगा. एसएसपी के आश्वासन के बाद बुजुर्ग और उनके परिजनों ने राहत की सांस ली है.
दरअसल, बीते 25 जून को बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र के दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर कार सवार आधा दर्जन बदमाशों ने मुश्‍ताक नामक 25 वर्षीय युवक की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. पुलिस की छानबीन में यह संज्ञान में आया कि मुश्‍ताक अपने परिवार की एक लड़की के ससुरालीजनों के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर रहा है तो लड़के पक्ष के लोगों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी. बता दें कि मुश्‍ताक के रिश्तेदार गुलशफा और बिलाल की शादी के कुछ दिन बाद से ही दोनों में विवाद रहने लगा और नौबत यहां तक आ गई कि दोनों एक दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत करने लगे. मुश्‍ताक ने बिलाल पक्ष पर कार्रवाई के लिए पुलिस से निवेदन किया, जिस कारण बिलाल पक्ष के लोगों ने उसकी हत्या की थी और हत्या के बाद आरोपियों ने बारादरी इलाके में भी फायरिंग कर डकैती की वारदात को अंजाम दिया था.

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इस प्रकरण में बिथरी चैनपुर थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ और गुलशफा पक्ष के शकील ने जोगी नवादा के रहने वाले गुड्डू, अकरम, गटे, नाजिम, अफसर हाजी, अफजाल, दिव्यांग वकीलुद्दीन के खिलाफ डकैती का मुकदमा दर्ज कराया था. आरोप था कि वकीलुद्दीन जोगी नवादा में अवैध हथियार से फायरिंग करते हुए शकील के घर में घुस गए. उन्होंने सोने की झुमकी, चेन, चांदी की पायल, 70 हजार रुपये लूट ले गये. शकील ने दीवार कूदकर अपनी जान बचाई. उस वक्त शकील के बच्चे घर पर नहीं थे. काफी देर तक हमलावर वहां बवाल करते रहे. इसके बाद फरार हो गये. शकील की तहरीर पर सात आरोपियों के खिलाफ बलवा, डकैती समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया.
पुलिस की ये है सफाई
अब पुलिस की विवेचना में यह सामने आया कि वकीलुद्दीन दोनों हाथों से दिव्यांग हैं तो भला फायरिंग और लूटपाट कैसे कर सकते हैं? पुलिस अब मुकदमे से दिव्यांग वकीलुद्दीन का नाम हटाने की बात कह रही है.