उज्जैन के छात्र ने टॉपअप कराने के लिए पड़ोसी युवक से 5 हजार रुपए लिए थे, लौटा नहीं पाया तो अपहरण किया, फिर गला दबाकर मार डाला
नागदा |उज्जैन के नागदा में पबजी और फ्री फायर गेम की लत एक छात्र की हत्या की वजह बन गई। उसने गेम के टॉपअप के लिए पड़ोसी युवक से 5 हजार रुपए उधार लिए थे। जब रुपए नहीं लौटा सका तो पड़ोसी से झगड़ा हो गया। मामला इतना बढ़ा कि पड़ोसी ने छात्र की गला दबाकर हत्या कर दी। उसका क्षत-विक्षत शव शनिवार को मिला था।


पुलिस ने रविवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस आरोपी युवक का नाम नहीं बता रही है।पुलिस ने बताया कि शिव कॉलोनी बेरछा रोड के रहने वाले रितेश गुर्जरवाड़िया (17) 11वीं का छात्र था। उसे पबजी और फ्री फायर गेम की आदत थी। रितेश ने गेम के लेवल पार करने के लिए टॉपअप कराया था। इसके लिए पड़ोसी युवक से 5 हजार रुपए उधार लिए थे। रितेश की लाश बिडला ग्राम थाना क्षेत्र में जर्जर पड़ी BCI कॉलोनी में मिली थी।
पुलिस के मुताबिक रितेश शुक्रवार रात 7 बजे घर पर कराटे क्लास जाने की बात कहकर दोस्तों के साथ निकला था। रात करीब 9:30 बजे उसके पिता राधेश्याम गुर्जरवाड़िया के मोबाइल पर रितेश के मोबाइल नंबर से कॉल आया। यह कॉल करने वाला कोई दूसरा व्यक्ति था। उसने रितेश के अपहरण की बात कहते हुए एक लाख रुपए फिरौती मांगी। इसके बाद परिवार वालों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।पुलिस मामले में जांच कर रही थी। इस बीच शनिवार शाम को राधेश्याम के मोबाइल पर किसी अननोन नंबर से कॉल आया। कॉलर ने कहा कि ‘तुम्हारे बेटे की लाश BCI कॉलोनी में पड़ी है, ले जाओ।’ यह सुनकर पिता के होश उड़ गए। वह तुरंत पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। यहां रितेश की क्षत-विक्षत लाश पड़ी थी।
एसपी सत्येंद्र शुक्ल ने बताया कि रितेश ऑनलाइन गेम पबजी और फ्री फायर गेम के लेवल पार करने के लिए टॉपअप करवाता था। इसी के लिए उसने पड़ोसी युवक से 5 हजार रुपए उधार लिए थे। वह रुपए नहीं चुका पा रहा था। इसी कारण शुक्रवार रात आरोपी और रितेश के बीच झगड़ा हुआ। आरोपी ने रितेश का गला दबा दिया। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
क्या है ऑनलाइन गेम में टॉपअप का खेल
पबजी और फ्री फायर गेम्स में खेलते वक्त लेवल पार करने और मेंबरशिप लेने के साथ लेवल, स्किन, गन्स, वेपन्स, कॉस्ट्यूम आदि के लिए टॉपअप करवाना पड़ता है। इनमें छोटे टॉपअप का चार्ज 500 रुपए से लेकर 4000 रुपए तक होती है। लेवल बढ़ाने के लिए कई बच्चे इस तरह से गेम की लत में पड़ जाते हैं।