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एक दर्जन मवेशियों को नेशनल हाइवे पर भारी वाहन ने रौंदा

कोरबा| कोरबा में तानाखार के पास भारी वाहन ने एक दर्जन से अधिक मवेशियों को रौंद दिया. घटना कटघोरा- अंबिकापुर नेशनल हाइवे  की है. भारी वाहन की चपेट में आने से एक दर्जन मवेशियों की मौके पर ही मौत हो गई है. एक ही रात में इतनी तादात में हुई मवेश्यिों की मौत ने जिला प्रशासन की गोठान और रोका-छेंका अभियान की पोल खोल दी है.

सड़कों से मवेशियों को निजात दिलाने और उन्हें सुरक्षित गोठान तक ले जाने के लिए एक जुलाई से रोका-छेका संकल्प अभियान शुरू किया गया है. अभियान के तहत मवेशी पालकों से संकल्प पत्र भराया जा रहा है, कि वे मेवशी की सुरक्षा करेंगे. अभियान को मूर्त रूप देने के लिए बनाए गए गोठानों में चारा पानी और संरक्षकों की कमी देखी जा रही है. तानाखार सहित आसपास गांवों में गोठान निर्माण अधूरा है. खेतों में इन दिनों किसानों ने थरहा लगा रखा है. मेंड़ व खेत के आसपास चरागन भूमि में आने वाले मवेशियों को थरहा की रखवाली करने वाले हांक देते हैं. ऐसे में मवेशियों के लिए सड़क ही ठिकाना बन गया गया है.

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शासन की महत्वपूर्ण योजना को मूर्त रूप देने में अधिकारी कर्मचारी रूचि नहीं ले रहे हैं. पोड़ी उपरोड़ा क्षेत्र की इस घटना के संबंध एसडीएम संजय मरकाम का कहना है, कि घटना में दर्जन भर मवेशियों की मौत हुई है. एसडीएम ने नेशनल हाइवे से लगे गावों के सरपंच सचिवों की बैठक लेकर निर्देश दिया है कि गोठान निर्माण के लिए जन प्रतिनिधियों के साथ मिलकर प्रशासन की योजनाओं का लाभ लें.

कटघोरा-अंबिकापुर मार्ग में जगह – जगह ढाबों का संचालन हो रहा हैं. यहां फेंके गए चावल, रोटी, सब्जी आदि खाद्य सामग्री को खाने के लिए मवेशियों का जमघट लगा रहता है. दिन भर ढाबों के आसपास भटकने के बाद रात के समय सड़कों पर ही बैठ जाते हैं. यही वजह है कि आए दिन भारी वाहनों की की चपेट में आकर मौत हो रही है.