खुद को विष्णु का अवतार बताने वाले की धमकी- मेरी 16 लाख सैलरी, 16 लाख ग्रेच्युटी दो, नहीं तो भयंकर सूखा ला दूंगा
राजकोट |गुजरात के सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी वडोदरा में सुपरिटेंडेंट इंजीनियर से रिटायर हो चुके रमेश चंद्र फेफर एक बार फिर चर्चा में हैं। खुद को भगवान विष्णु का दसवां ‘कल्कि’ अवतार बताने वाले रमेश चंद्र ने धमकी दी है कि अगर उन्हें उनकी सैलरी के 16 लाख रुपए और ग्रेच्युटी के 16 लाख रुपए जल्दी नहीं दिए गए तो वे राज्य में भयंकर सूखा ला देंगे।रमेशचंद्र ने पत्र में कहा है कि सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी में प्रतिनियुक्ति के दरमियान मेरी एक साल की 16 लाख रुपए की सैलरी बाकी है। कोरोना के चलते इस एक साल के दौरान मैंने वर्क फ्रॉम होम किया था। कोरोना काल में काम करने वालों को सरकार ने वेतन दिया है। लेकिन मेरी सैलरी सरकार ने रोक रखी है, इसे जल्द जारी किया जाए।


मेरी तपस्या के चलते 20 सालों से सूखा नहीं पड़ा
रमेश चंद्र ने आगे कहा कि मैं भारत में कल्कि का अवतार हूं और मेरी तपस्या के चलते पिछले 20 सालों से अच्छी बारिश हो रही है। एक साल में पूरे देश में सूखा नहीं पड़ा है। इससे हिंदुस्तान को 20 लाख करोड़ रुपए का फायदा हुआ है। इसके बाद भी सरकार में बैठे कुछ राक्षस मुझ पर अत्याचार कर रहे हैं। इसलिए इस साल मैं पूरी दुनिया में भयानक सूखा लाने वाला हूं। क्योंकि, मैं कल्कि अवतार यानी कि भगवान विष्णु का 10वां अवतार हूं।
8 महीने में सिर्फ 16 दिन ही नौकरी की थी
बता दें, सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी वडोदरा में अपने कार्यकाल के दौरान 6 बार VRS के लिए आवेदन करने वाले रमेशचंद्र फेफर साल 2017 में पहले 8 महीने में सिर्फ 16 दिन ही ड्यूटी पर रहे थे। जब उनसे जवाब मांगा गया तो उनका कहना था कि मैं कल्कि अवतार हूं और तपस्या में लीन था।मैं साधना के द्वारा ब्रह्मांडीय चेतना के परिवर्तन में लीन था और यह काम नौकरी करते हुए नहीं किया जा सकता था। इस दौरान उनकी सैलरी काट ली गई थी। इसके बाद निगम ने 15 मई, 2018 को उन्हें नोटिस भी दिया था।
PM मोदी को बता चुके हैं दुर्योधन
इतना ही नहीं, इससे पहले वे नरेंद्र मोदी को दुर्योधन का अवतार भी बता चुके हैं। इसके अलावा उन्हें गुजरात सरकार के कई अधिकारियों को राक्षस बताया था।