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धमतरी कुरूद मर्डर मामले में 2 और हुए गिरफ्तार

मृतक तुलेश और सुमित्रा [पति-पत्नी]                                                                                                                                                         
जिस तरह के मामले जिस तरह के मामले अभी सामने आते जा रहे हैं और जो भी धटना की स्टोरी सामने पुलिस ला रही है बड़ा संवेदनशील आश्चर्यजनक लग रहा है ,लोगों को तमाम बातें हज़म नहीं हो पा रही है |

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धमतरी |धमतरी जिले के कुरूद इलाके में पति-पत्नी की हत्या मामले में पुलिस ने अब 2 और लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन्हें पूरी घटना की जानकारी होने और आरोपी को छिपने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इतना ही नहीं पुलिस ने अब मुख्य आरोपी द्वारा चुराए हुए सोने -चांदी को भी बरामद किया है। फिलहाल पुलिस कुरूद पुलिस मामले की जांच कर रही है। गिरफ्तार किया गए आरोपी कोई और नहीं बल्कि पहले ही गिरफ्तार हो चुके मुख्य आरोपी राहुल दिली(24) का मामा टेकराम नवरंगे(45) और उसकी मां प्रीति दिली (42) ही हैं।

राहुल को पुलिस ने घटना के 10 दिन बाद अभनपुर इलाके से गिरफ्तार किया था।
पुलिस राहुल से गिरफ्तार करने के बाद भी जांच कर रही थी। जिसमें राहुल ने बताया कि उसने दंपती के घर से गहने भी चुराए थे। वारदात को अंजाम देकर राहुल ने गहने अपनी मां प्रीति को दिया था, इसके बाद वो वहां से भागकर अपने मामा के यहां गणेशपुर चला गया था। जहां उसने पूरी वारदात की जानकारी मामा टेकराम की भी दी थी। इस पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें दोनों ने घटना की जानकारी होने और आरोपी को छुपाने की बात कबूल कर ली। इसके बाद पुलिस ने राहुल की मां से 2 सोने का झुमका और एक चांदी की सांटी भी बरामद किया है।
राहुल ने ही 22 मई की रात को कुरूद इलाके के श्रीराम टाउन में रहने वाले दंपती की पत्थरों से कुचलकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से ही वो फरार था। मृत दंपती का नाम तुलेश चंद्राकर (32) और सुमित्रा चंद्राकर (28) बताया गया था। तुलेश धमतरी जिले के एक ट्रेनिंग सेंटर में मास्टर ट्रेनर का काम करता था और उसकी पत्नी कुछ साल पहले तक स्कूल में टीचर थी। दंपती के 2 बच्चे हिमांग (6) और चारवी (ढाई साल) हैं, जो वारदात के वक्त नीचे ही सो रहे थे।
मामले का खुलासा तब हुआ था जब बच्चों ने दंपती की लाश 23 मई की सुबह छत पर देखी थी। घटना के 10 दिन बाद आरोपी राहुल दिली को गिरफ्तार किया गया था। तब जाकर मामले में ये बात सामने आई थी कि आरोपी चोरी के इरादे से अंदर घुसा था और जब दंपती ने उसे देख लिया था तब उसने दोनों को मौत के घाट उतार दिया था।
पुलिस की कहानी से संतुष्ट नहीं हैं परिजन
पुलिस ने राहुल को दोनों हत्याओं का आरोपी मानकर गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन मृतक दंपती के परिजन इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि राहुल अकेले तुलेश और सुमित्रा जैसे हट्टे कट्टे दो लोगों को अकेले नहीं मार सकता। फिर दोनों का छत पर जाना और राहुल का वहां होना भी समझ नहीं आ रहा है कि कोई तड़के छत पर बिना कारण क्यों जाएगा। इसी तरह राहुल का अलमारी से सिर्फ चांदी के गहने ले जाना और सोने के गहने, नगद छोड़ देना संदिग्ध है। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने दबाव के कारण राहुल को गिरफ्तार कर लिया है। बच्चों ने वारदात के दिन दो युवकों की बात कही थी, पुलिस ने उस पर भी ध्यान नहीं दिया।