रेमेडीसिविर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की ब्लैक मार्केटिंग का पुलिस ने किया भंड़ाफोड़, 186 रेमेडीसिविर, 270 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर
कोरोना मामलों के बढ़ने के साथ रेमेडीसिवर (Remdesivir), ऑक्सीजन, पल्स ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन फ्लो मीटर और दूसरे मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी भी जोर शोर से हो रही है. इस कालाबाजारी को रोकने और फर्जी रेमेडीसिवर इंजेक्शन का भंडाफोड़ करने के लिए दिल्ली पुलिस भी लगातार छापेमारी कर रही है.
दिल्ली| दिल्ली में कोरोना संक्रमित मरीजों की जैसे-जैसे संख्या बढ़ रही है. उसी तरीके से रेमेडीसिवर , ऑक्सीजन, पल्स ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन फ्लो मीटर और दूसरे मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी भी जोर शोर से हो रही है. इस कालाबाजारी को रोकने और फर्जी रेमेडीसिवर इंजेक्शन का भंडाफोड़ करने के लिए दिल्ली पुलिस भी लगातार छापेमारी कर रही है.दिल्ली पुलिस की ओर से दिल्ली ही नहीं देश के अन्य राज्यों में भी सूचना के आधार पर छापेमारी कर इस गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया जा रहा है. दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस की ओर से जब्त की जाने वाली मेडिकल सामग्री के जरूरत के हिसाब से अस्पतालों को मरीजों के लिये हैंडओवर किया जा रहा है.

दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता चिन्मय बिश्वाल के मुताबिक जिस तरीके से कोरोना संक्रमण का प्रसार हो रहा है. इसकी आड़ में ब्लैक मार्केटिंग और क्रिटिकल कोविड मेडिसिन और अन्य मेडिकल प्रयोग में आने वाली चीजों की कालाबाजारी करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी जोर शोर से की जा रही है.दिल्ली पुलिस की ओर से इस तरह के मामलों पर मिलने वाली शिकायतें और सूचनाओं के आधार पर तुरंत कार्रवाई करते हुए छापेमारी की जा रही है.

प्रवक्ता के मुताबिक दिल्ली पुलिस की ओर से अभी तक बड़ी संख्या में जीवन रक्षक रेमेडीसिवर, ऑक्सीजन और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आदि जब्त करके अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर्स मेें जरूरतमंद मरीजों के लिए उपलब्ध कराया गया है.प्रवक्ता के मुताबिक फेफड़ों में उच्च संक्रमण रोकथाम के लिये प्रयोग की जाने वाली रेमेडीसिवर के 86 इंजेक्शन बरामद किए हैं. इन सभी इंजेक्शन को दिल्ली सरकार के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल, बाबासाहेब आंबेडकर अस्पताल, दीपचंद बंधु अस्पताल के अलावा पार्क अस्पताल, कैलाश अस्पताल, सीडीएमओ तेरापंथ छतरपुर, रोहिणी कोविड केयर सेंटर और डीडीएमए नॉर्थ आदि को हैंड ओवर किया गया है.
इसके अलावा Febipiravur की 90 टेबलेट भी बरामद की गई हैं. इन टेबलेट्स को DC नार्थ के आदेशों पर दीपचंद बंधु अस्पताल को दिया गया है. वहीं, 100 रेमेडीसिवर इंजेक्शन को संबंधित संबंधित अथॉरिटी से आदेश मिलने के बाद हैंड ओवर कर दिया जाएगा. इसकी प्रक्रिया जारी है.प्रवक्ता के मुताबिक दिल्ली पुलिस की ओर से डीडीएमए वेस्ट जिला, सीडीएमओ तेरापंथ अंसारी अस्पताल, वर्ल्ड ब्रेन सेंटर हॉस्पिटल, आर्या हॉस्पिटल, भगत चंद्र हॉस्पिटल जो कि साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट में है, इन सभी को 70 ऑक्सीजन सिलेंडर भी हैंड ओवर किए गए हैं. इसके अलावा जब्त किए गए 140 ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinder) को भी रिलीज करने की प्रक्रिया जारी है.
इसके अतिरिक्त दिल्ली पुलिस की ओर से 170 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी जब्त किए गए थे. यह सभी नॉर्थ जिला पुलिस की और से बरामद किए गए थे. इन सभी को पुलिस की ओर से AIIMS को 60, CRPF अस्पताल को 40 और कोविड केयर सेंटर्स को रिलीज किया जा चुका है.वहीं, आउटर नॉर्थ जिला द्वारा भी 100 कंसंट्रेटर्स जब किए गए हैं. इन सभी को भी रिलीज करने की प्रक्रिया जारी है. इसके अतिरिक्त 66 ऑक्सीजन फ्लो मीटर, 24 ऑक्सीजन रेगुलेटर और 63 पल्स ऑक्सीमीटर भी जरूरतमंद मरीजों के लिए अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर्स को रिलीज किए जा चुके हैं. पुलिस की 18 ऑक्सीजन पंप और 22 ऑक्सीजन फ्लोमीटर्स को भी रिलीज करने की प्रक्रिया जारी है.
प्रवक्ता के मुताबिक दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गिरोह का भी भंडाफोड़ किया है जो कि बड़ी संख्या में बड़ी मात्रा में फेक रेमेडीसिवर इंजेक्शन का उत्पाद करके उसको मार्केट में सप्लाई करता था. इस गिरोह के पास से दिल्ली पुलिस की टीम ने 190 फेक रेमेडीसिवर इंजेक्शन बरामद किए हैं.पुलिस की कई टीमों ने 190 Fake रेमेडीसिवर इंजेक्शन बरामद किए हैं. बताया जाता है कि इन फेक रेमेडीसिवर इंजेक्शन का उत्पाद उत्तराखंड (Uttarakhand) के कोटवाड़ा की एक यूनिट में किया जाता था.इस मामले में दिल्ली पुलिस ने फिलहाल 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से अब तक 2,000 से ज्यादा रेमेडीसिवर इंजेक्शन को मार्केट में सप्लाई किया जा चुका है. पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है.