कोरबा में लॉकडाउन के दौरान नाइट-वॉक कर रहे लोगों को पुलिस ने कराई उठक-बैठक
कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए छत्तीसगढ़ के कोरबा में 12 से 27 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया गया है. लोगों के घरों से बेवजह घर से निकलने पर पाबंदी है. पुलिस-प्रशासन की हिदायत के बावजूद नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है.
कोरबा |कोरोना की रोकथाम के लिए छत्तीसगढ़ में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है. पुलिस-प्रशासन लोगों से लगातार घरों में ही रहने और कर्फ्यू का उल्लंघन न करने की अपील कर रहा है. बावजूद इसके कई लोग नाइट कर्फ्यू के दौरान भी घूमने-फिरने से बाज नहीं आ रहे हैं. कोरबा में नाइट कर्फ्यू का उल्लंघन करने वाले ऐसे लोगों की पुलिस जमकर क्लास लगा रही है. कोरोना लॉकडाउन का नियम तोड़ने पर कोरबा पुलिस ने बीती रात कई लोगों की सड़क पर ही क्लास लगाई. पुलिस ने इन लोगों पर जुर्माना ठोका और सड़कों पर कान पकड़कर उठक-बैठक भी करवाई.


कोरबा में टोटल लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस-प्रशासन सड़कों पर दिन-रात ड्यूटी कर रहा है. लेकिन शाम होते ही कुछ रईसजादे घर से बाहर निकल जाते हैं. ऐसे ही कुछ लोगों को बीती रात घर से बाहर निकलना महंगा पड़ गया. पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान बेवजह घूमने वालों को पकड़ा और उनसे सड़क पर ही कान पकड़कर उठक-बैठक कराई. यही नहीं पुलिस ने दर्जनभर ऐसे लोगों पर पांच-पांच सौ रुपए का जुर्माना भी ठोका. कोरबा के सीएसपी योगेश साहू ने बताया कि लॉकडाउन का नियम तोड़ने पर लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई. साथ ही उन्हें भविष्य में नियम न तोड़ने की शपथ भी दिलाई गई.
कोरबा में कोरोना की रोकथाम के लिए 12 से 27 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया गया है. इस दौरान पुलिस-प्रशासन लोगों से लगातार अपील कर रहा है कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए वे अपने घरों में रहें. पुलिस ने शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर जवानों की तैनाती कर रखी है. साथ ही वरिष्ठ अधिकारी लगातार पेट्रोलिंग भी कर रहे हैं, ताकि लोग कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन न करें. सीएसपी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान सिर्फ आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को आवाजाही की छूट दी गई है. किसी भी तरह के सार्वजनिक आयोजन पर पाबंदी लगाई गई है. उन्होंने कहा कि लोग कोरोना संक्रमण रोकने के लिए नियमों का पालन करें, अन्यथा पुलिस सख्ती करेगी.