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स्कुल में बच्चा बांटा 1-1 रुपये का नोट बाँट रहा था ,आखिर क्यों?

गया |ब‍िहार के गया में एक नाबालिग बच्चे ने अपने शौक पूरा करने के लिए अपने एक रिश्तेदार के घर में घुसकर चोरी की घटना को अंजाम दिया. नाबालिग बच्चे को और किसी चीज की शौक नहीं बल्कि महंगे मोबाइल रखने का था, जिसको लेकर बच्चे ने कई दिनों से बंद पड़े अपने पड़ोसी रिश्तेदार के घर में घुसकर अलमीरा में रखें डेढ़ लाख रुपए नगद चोरी कर लिए. वही पुलिस ने इस मामले को सुलझा लिया है और नाबाल‍िग ने अपने घर के भूसे में छिपाकर रखे 78 हजार भी बरामद कर ल‍िए हैं.

गया पुलिस ने बताया है क‍ि नाबाल‍िग ने 20 हजार रुपये का महंगा मोबाइल खरीदा था और अन्य पैसों की बरामदगी के लिए भी जांच की जा रही है. हालांकि इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब नाबालिग चोर घर के बगल के ही स्कूली बच्चों को एक 1-1 रुपये का नोट बांट रहा था. जब इसकी जानकारी पुलिस को हुई तो उसने पीड़‍ित मकान मालिक से जानकारी ली तो पता चला क‍ि चोरी क‍िए गए पैसों में एक-एक रुपये का नोट का बंडल भी था. इसके बाद पुलिस ने उस नाबालिग बच्चे को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने चोरी की घटना की बात कबूली.

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बोधगया के एसडीपीओ ने बताया क‍ि मामले की जांच के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि वादी के पड़ोस में रहने वाले रिश्तेदार का 16 वर्षीय पुत्र स्कूल के पास कुछ बच्चों में एक-एक रुपये का नोट बांट रहा है. इससे पुलिस के कान खड़े हो गए. इसके बाद पीड़‍ित पंकज पांडेय से जानकारी ली गई तो पता चला कि उनकी आलमारी में काफी समय से एक-एक रुपये का नोट रखे हुए थे. इसके बाद कुछ ग्रामीणों से पूछताछ की गई. तब पता चला कि यह पड़ोसी लड़के की करतूत है. पुलिस ने उससे पूछताछ की तो सारा मामला सामने आ गया.

उन्होंने बताया कि नाबालिग ने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि उसे मोबाइल खरीदना था, लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे. इसके बाद उसने कुछ दिनों से बंद पड़े पंकज पांडेय के घर में चोरी का प्लान बनाया. उसने बताया कि वह वेंटिलेटर से अंदर घुसा. आलमीरा को तोड़कर उसमें रखे लगभग डेढ़ लाख रुपये निकाल लिए. इसके बाद उसने चोरी के पैसे ही 20 हजार रुपये का मोबाइल खरीदा. इसके बाद 78 हजार रुपये अपने घर में रखे भूसे में छिपा दिए. मालूम हो कि पंकज पांडेय ने चोरी की प्राथमिकी मगध यूनिवर्सिटी थाने में मंगलवार को दर्ज कराई थी.