नंदिनी अहिवारा ( दबंग प्रहरी समाचार ) । अहिवारा विधानसभा के जिला दुर्ग में मुरूम माफिया का तांडव धड़ल्ले से मुरूम उत्खनन कर लाभ अर्जित कर रहा है खनिज प्रशासन की मिली भगत से सरकार को बड़ी मात्रा में राजस्व का नुकसान हो रहा है खनिज प्रशासन के संरक्षण में पल रहे मूरुम माफिया के आगे प्रशासन नतमस्तक है मुरूम माफिया जिले में अधिकतर कालोनियों में सड़क निर्माण तथा अन्य स्थान पर खनिज विभाग की मिलीभगत तथा नेताओं के संरक्षण में प्राकृतिक धरोहर को छलनी कर दिया हैं इस मुरूम खनन माफियाओं में नंदिनी अहिवारा के समीप ग्राम पंचायत पोटिया देवरझाल में अभी हाल ही में चुनाव में नया गठन हुआ है वहां पर पुराने प्रस्ताव में 1000 घन मीटर मुरूम उत्खनन का पास करवाया है और दो-तीन महीने से उक्त ठेकेदार मुरम परिवहन कर रहा है मजे की बात तो यह है प्रस्ताव किसी और के नाम खनन कोई और कर रहा है पंचायत के सरपंच और कुछ पंचों ने इसका विरोध भी किया था परंतु अभी तक वह कार्य जारी है इस प्रकार मुरम उत्खनन खनिज प्रशासन की मिली भगत का नजरिया है ऐसे ही इस अहिवारा विधानसभा में ग्राम नारधा, मूड़पार, गिरहोला, पाहंदा, नंनकट्टी, कोड़िया, परसदा, पोटिया, धड़ल्ले से चल रहा है मुरम माफिया का राज बना हुआ है , अगर जिलाधीश महोदय दुर्ग जिले में मुरम खनन का सर्वे कराये तथा जांच कर पता करें यहां की मुरुम कहां गई और कितना राजस्व प्राप्त हुआ तब पूरी कहानी का सारांश पता लगेगा , और खनिज अधिकारियों के कारनामे इस मुरम उत्खनन में उजागर होंगे ग्राम पंचायत के सरपंच और पंच का बड़ा खेल है जो अधिकतर तालाबो के सौंदर्यीकरण समतलीयकरण गहरीकरण के नाम से मुरम माफिया से अच्छी मोटी रकम लेकर प्रस्ताव पास कर देते हैं उसके बाद खनिज विभाग अपनी कहानी बनाकर मूरम का उत्खनन अधिकार सौंप देता है, शासन प्रशासन का इस ओर ध्यान आकृष्ट होना अत्यंत जरूरी है जिससे मुरूम खनन माफिया पर शिकंजा कसा जाए , बाकी सरकारी जमीन का दुरुपयोग ना हो साथ ही राजस्व का नुकसान ना हो

