राजनांदगांव [दबंग प्रहरी समाचार ] । दुर्ग में जन्मे और कर्म क्षेत्र राजनांदगांव के शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव में अध्यापन क्षेत्र में अपना योगदान देने वाले प्राणीशास्त्र के व्याख्याता प्रोफ़ेसर वासुदेव तम्बोली का कल 29 जनवरी को आकस्मिक निधन हो गया वे 79 वर्ष के थे । कल 31 जनवरी को दोपहर 1 बजे उनकी अंतिम यात्रा उनके राजनांदगांव निवास ए – 25 नेहरू नगर से मठपारा मुक्तिधाम के लिए निकलेगी |वे अपने पीछे अपनी पत्नी दो बेटे राजकुमार तम्बोली – विजय तम्बोली और एक बेटी हेमा थावाईत सहित भरपूर परिवार छोड़ गए हैं ।


प्रोफ़ेसर वासुदेव तम्बोलीअपने जीवन काल में पंडित जवाहरलाल नेहरू साइंस एवं आर्ट्स कालेज बेमेतरा में 1984 तक व 1984 से 2007 तक शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगाव व साइंस कालेज राजनांदगांव के प्राणी शास्त्र विभाग में प्राध्यापक पद पर अपनी सेवाएँ दी व कालेज में आयोजित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम में व छत्तीसगढ़ की प्रख्यात रंगमंच चंदैनी गोंदा में सफल छाया चित्रकार के नाम से मशहूर थे ।
दुर्ग राष्ट्रीय पर्व उत्सव समिति में तंबोली आर्ट के बैनर के लिए उन्होंने अपना लंबा समय योगदान स्वरूप दिया। चूँकि सेवानिवृत्ति के समय राजनांदगांव में कार्यरत थे इसलिए वे यहीं अपना निवास बनाया ।