दुर्ग (दबंग प्रहरी समाचार)। मेरा यह अटूट विश्वास है कि, मातारानी प्रार्थनाओं को जरूर सुनती हैं क्योंकि प्रार्थना, समर्पित मन के शुद्ध प्राकृतिक भाव होते हैं, और इन्हीं भावों को ही मातारानी ग्रहण करती है।

प्रतिकूल परिस्थितियों में भी जब मन विश्वास और प्रेम से परिपूर्ण होता है तो, प्रार्थना के माध्यम से ऐसे ऊर्जावान हो जाता है कि सारी प्रतिकूलता को स्वतः ही अपनी अनुकूलता में परिवर्तित कर लेता है । प्रार्थनाओं का प्रभाव दीर्घकालिक ही होता है ।

डोंगरगढ़ प्रवास के दौरान मैंने मातारानी बम्लेश्वरी के दरबार में अपने दुर्ग शहर वासियों के सुख-शांति , सकुशलता और संपन्नता के लिए प्रार्थना की । मातारानी मुझे भी जन सेवा के मेरे कर्म पथ पर सतत चलने का सामर्थ्य प्रदान करे ।मातारानी की कृपा से आने वाला नव वर्ष सभी के लिए शुभ हो, सभी सुखी रहें, सभी स्वस्थ रहें और सभी के शुभ संकल्प पूर्ण हों !