रांची. पुलिस के बर्बरता की कई कहानी आपने सुनी होगी, लेकिन रांची के सुखदेव नगर इलाके की कहानी सबसे अलग है. यहां पुलिस की वजह से 59 वर्षीय सुनील प्रसाद गुप्ता ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. सुसाइड नोट में सुनील प्रसाद ने आत्महत्या की जो वजह बताई है उसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे. सुनील प्रसाद ने आत्महत्या की वजह एक सीआईडी इंस्पेक्टर को बताया है, जिसने उनकी जमीन हड़प ली और पैसे भीं नहीं दिये.

रांची के सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के अलकापुरी रोड नंबर एक में रहने वाले सुनील प्रसाद गुप्ता ने कर्ज में फंसे होने की वजह से अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. कोई काम नहीं होने की वजह से सुनील ने कई लोगों से कर्ज ले रखा था और कर्ज देने वाले लगातार उन्हें धमकी दे रहे थे. साथ ही पैसे नहीं देने पर लगातार बेइज्जत कर रहे थे, जिसके दबाव में आकर सुनील ने मौत का रास्ता चुना. सुनील ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उन्होंने मौत की वजह बताई है. सुनील कुमार ने इसके लिए सीआईडी इंस्पेक्टर को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं मृतक सुनील की तीन बेटियां भी हैं, लेकिन पिता की मौत से पूरा परिवार टूट सा गया है.

सीआईडी इंस्पेक्टर बना आत्महत्या की वजह
सुनील प्रसाद गुप्ता ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि अपने आप को सीआईडी इंस्पेक्टर बताने वाले मदन मिश्रा ने उनसे उनकी जमीन लिखवा ली, लेकिन जमीन के एवज में जो रकम सीआईडी इंस्पेक्टर को देनी थी वो उन्हें नहीं मिली. इस वजह से उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई. रांची के सीनियर एसपी के नाम से लिखे सुसाइड नोट में सुनील ने लिखा है कि उन्होंने सीआईडी इंस्पेक्टर को जमीन बेचने की वजह उनकी आर्थिक स्थिति खराब होना था, लेकिन सीआईडी इंस्पेक्टर ने जमीन तो लिखवा ली, लेकिन पैसे नहीं दिए इसके लिए वे 15 सालों से अदालत में केस लड़ रहे हैं.
परिवार चलाने के लिए उन्होंने कई लोगों से कर्ज ले रखा था. कर्ज देने वाले हर दिन उन्हें प्रताड़ित कर रहे थे. सुसाइड नोट में सुनील ने अभिषेक नाम के एक युवक का भी जिक्र किया है जिससे उन्होंने कर लिया था कर्ज नहीं चुका पाने की वजह से अभिषेक उनके साथ हर रोज गाली-गलौज किया करता था.