धर्मान्तरण को लेकर हुये विवाद ने ले ली जान

कांकेर [दबंग प्रहरी] । कोरर थाना क्षेत्र ग्राम मोदे में एक सप्ताह पहले किसी बात के चलते बेटे ने अपने ही पिता की हाथ मुक्का से मारकर हत्या कर दी। पुलिस को गुमराह करने हार्ट अटैक से मौत बताकर कफन दफन भी कर दिया। बेटी को जब हत्या का संदेह हुआ तो थाना में अपराध दर्ज कर शव को कब्र से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम कराने की मांग की। पुलिस और जिला प्रशासन ने आठ दिनों बाद शनिवार को शव को कब्र से बाहर निकाल और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने हत्या के आरोप में बेटे को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पलना निवासी जानकी बाई पटेल ने बताया कि 7 जून की शाम को उसकी सौतेली बहन अंजू पटेल ने उसे फोन कर बताया कि पिता बजरू राम पटेल उम्र 65 वर्ष की अचानक मौत हो गई है। सूचना मिलते ही वह 8 जून को सुबह ग्राम मोदे पहुंची तो उसके पिता का शव घर में नहीं था। बताया गया उसके पिता धर्मांतरित थे। शव को गांव में कफन दफन करने नहीं दिया गया तो इमलीपारा में कफन दफन कर दिया। पूछताछ करने पर सौतेला भाई सुनील पटेल ने बताया कि 7 जून को दोपहर में अचानक हार्ट अटैक आया जिससे घर पर ही मौत हो गई। वे धर्मांतरित थे, इसलिए आनन फानन में गांव वालों के विरोध के बाद उसका कफन दफन किया गया।
बेटी को संदेह हुआ कि कुछ तो गड़बड़ है। उसने गांव में बैठक कर ग्राम सरपंच समेत ग्राम प्रमुखों को बुलाया जहां पर उसका सौतेला भाई सुनील भी आया। पूछताछ करने पर उसने ग्राम सरपंच के सामने हत्या करना स्वीकार किया। उसने कहा कि हाथ मुक्का से मारने से उसकी मौत हो गई। आरोपी सुनील ने कहा कि अक्सर उसके पिता बजरू राम पटेल छोटी छोटी बातों को लेकर विवाद करते थे। इस कारण दोनों के बीच अक्सर विवाद होता था। 7 जून को दोपहर करीब 2.30 बजे किसी बात को लेकर दोनों के बीच में विवाद हो गया, विवाद इतना बढ़ गया कि वह आवेश में आ गया और हाथ मुक्का से ही अपने पिता के सीने व पसली में जमकर मारपीट किया। बेरहमी से मारा कि पसली टूट गई। सीने में गंभीर चोट आने के चलते उसकी मौके पर ही मौत हो गई।