बड़ी ख़बर

नहीं रहे स्कन्द आश्रम हुडको के संस्थापक ,गरीबों के मसीहा ,पीड़ितों के पालनहार गुरूजी मणिस्वामी जी

       चेन्नई के फोर्टिस हास्पिटल में ली शनिवार 15 अप्रेल को ली उन्होंने अंतिम सांस 
कल सोमवार  सुबह लगभग 8 बजे निकलेगी शिवनाथ नदी के तट के लिए अंतिम यात्रा 

भिलाई[दुर्ग] ।  गरीबो दिन दुखियों के मसीहा और हर तरह से सभी प्रकार के समस्याओं से निजात दिलाने वाले सबके गुरु स्कन्दआश्रम हुडको के संस्थापक श्री मनिस्वामी जी का 75 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।अपने चमत्कारिक प्रभाव सर सबके सभी प्रकार के समस्याओं को जानकर उनकी समस्याओं को मंत्र के द्वारा हल करने में उनकी दक्षता हासिल थी । 

बनाई अपनी एक अलग पहचान 

उन्होंने बताया था की वे पहले भगवान को बिलकुल नहीं मानते थे ,यही नहीं वे रिक्शे वालों के साथ फुटपाथ पर सोकर अपना दिन बिताया था ।  इस्वर की कृपा ने उनको अपने किस्मत से हटाकर ज़रुरतमंदों की सेवा के लिए लगाया है ।  वे किसी की परेशानी को देखा नही सकते थे वे उनको हल तो कर सकते थे लेकिन उन्होंने इसके लिए समस्याग्रस्त लोगों को स्वयं कर्म करने कहा और लोगों ने किया भी,जिससे उनकी समस्याएं दूर होने लगी ।  यही कारण था की उनकी कीर्ति पुरे भारत के साथ साथ विदेशों में भी फ़ैल गई थी । आश्चर्य की बात तो यह थी की इसमें सभी  धर्मं के लोग गुरूजी के पास आते थे और गिरुजी उनके धर्म के अनुसार ही समस्याओं का हल करते थे ।  

की  कठिन तपस्या ,पर लिया कुछ भी नहीं 

लोगों के समस्याओं को दूर करने के लिए पूज्य गुरूजी लगातार नए नए अविष्कार करते थे । वे ग्रहण के दिनों में नदीं के पानी में रहकर कठिन तपस्या करते थे और इस्वरीय ताक़त प्राप्त करते थे । हमेश वे अपनी ताकत लोगों की समस्याओं को दूर करने में लगाते तो थे लेकिन उन्होंने कभी अपने शिष्यों , समस्याग्रस्त लोगों से कुछ भी नहीं लेते थे ,यहाँ तक की उनके द्वारा लाये गए प्रसाद मिठाई को भी वे सबको बाँट देते थे ।

जिला हास्पिटल के बर्न यूनिट को लिया गोद

cg

कुछ वर्ष पूर्व उन्हें एक गरीब लड़की जली अवस्था में तड़पती मिली थी मालून चला की दुर्ग के जिला हास्पिटल में  जलने वाले लोगों के लिए कोई सही व्यवस्था नहीं है तो उन्होंने तुरंत प्रशासन से बात कर दुर्ग जिला हास्पिटल के बर्न यूनिट को स्कन्द आश्रम द्वारा गोद ले लिया गया जहाँ से हज़ारों लोगों से सफल इलाज़ करवाया है । 

स्कंद षष्ठी महोत्सव का किया आयोजन 

गुरूजी द्वारा लगातार 26 वर्षों से स्कंदाश्रम हुडको भिलाई में स्कंद षष्ठी महोत्सव का आयोजन किया गया जहाँ पर दक्षिण भारत के आचार्यों के द्वारा विधिवत कई प्रकार की पूजा जनता की ,देश की और विश्व की रक्षा के लिए पूजा करवाए गए । इसमें विशेषता यह थी की प्राय: सभी प्रकार की पूजा 500 रुपये [प्रत्येक पूजाके लिए] लगते थे इसमें सबदे बड़ी पूजा नव चंडी हवन का था जिसमें लगभग 3 -4 घंटे लगते थे ।

कावडी यात्रा  का भी किया आयोजन 

 मनोकामना पूर्ति के लिए कावड़ी यात्रा का आयोजन होता था ,इस वर्ष 24  था जिसे दबंग प्रहरी के youtube चैनल में देखा जा सकता है जहा पर गुरूजी ने हमारा उत्साहवर्धन करते हुए आशीष दिया था ।

  आगे समाचारों के लिए देखते रहें गुरूजी के aa

गुरुजी ने दिया अपने दबंग प्रहरी को आशीष
गुरुजी से आशीर्वाद लेते दबंग प्रहरी के सम्पादक राकेश तम्बोली(अनुपम अवश्मरणीय यादें)