क्या सी एम भूपेश बघेल के करीबी होने का उठा पायेंगे नाजायज फायदा
चंदुलाल चंद्राकर मेमोरियल हास्पिटल के संस्थापक स्व.एम. पी. चंद्राकर के बेटे डॉ. कुणाल चंद्राकर करेंगे अपने दोस्त का बचाव या फिर करेंगे इनसे किनारा

भिलाई [दुर्ग] । जी हाँ हम उस डिग्री के बारे में बात कर रहे है जिसके बारे में डॉ सौरभ साव ने किसी व्यक्ति को मानहानि करने का आरोप लगाते कानूनी नोटिस भेजा था उसने जो डिग्री विदेश से हासिल की है क्या वह हमारे भारत में बदल जायेगी? क्या विदेशी कपडे जिसे हम खरीदकर लाते हैं क्या वह भारत में आते ही आटोमेटिक बदल जाता है जी नहीं कपडा जैसे था वह वैसे ही रहेगा।

चंदुलाल चंद्राकर मेमोरियल हास्पिटल के मुख्य स्तम्भ स्व.एम पी चंद्राकर के सपनों को हकीक़त में बदलने वाला यह हास्पिटल आज अपनी होने वाली दर्दशा पर बेहाल है ,यही कारण है की कुछ महीने से ही इस हास्पिटल में ऐसी घटनाएं घटित हो रही है जिसके बारे में सोचा भी नहीं जा सकता है।
बात रही कि चंदुलाल चंद्राकर मेमोरियल हास्पिटल के संस्थापक स्व.एम पी चंद्राकर की तो जब तक उनका स्वास्थ्य ठीक था वे अपना पूरा ध्यान अपने इस हास्पिटल को ही देते थे ,लेकिन जैसे जैसे उनका स्वास्थ्य गिरता चला गया वे अपने सपने को अपनी विरासत को अपने बेटे कुणाल चंद्राकर को सोंप दिया।
बस आया यही से मामले में एक बड़ा बदलाव
जैस दिन गुजराए गए वैसे ही मुस्लिम देश से डाक्टरी का कोर्स कर आये सौरभ साव को नया तगड़ा पैसे वाली पार्टी मिल आगे जिसे वह दूध जैसे निचोड़कर पी सकता था।धीरे धीरे उसने कुणाल के ऊपर अपना विश्वास जमाया और बन गया चंदुलाल हास्पिटल का मुख्य चिकित्सा अधिकारी . डॉक्टर सौरभ साव ने डॉ दत्ता के साथ रहते रहते सर्जरी का काम देखा और शातिर होने के नाते पैसे कमाने के उद्देश्य से खुद बड़े बड़े आप्रेसन का संचालन करने लगा ताकि बड़ी रकम वह कमा सके जिसमें वह सफल रहा।
सी एम के साथ चंद्राकर परिवार के सम्बन्ध का उठाया लाभ
सब जानते हैं की हमारे छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का इस हास्पिटल के संस्थापक सदस्य के साथ पारिवारिक रिश्ता है ऐसे में कोई भी मामला उसके विरुद्ध आएगा तो सी एम भूपेश बघेल तो मामले को सम्हालने बैठे ही है उन्हें कोई भी मुकासन नहीं पंहुचा सकता है।