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उल्टी-दस्त की जानकारी मिलने पर दुर्ग कलेक्टर सहित निगम आयुक्त और हास्पिटल प्रबंधन ने दिखाई नियंत्रण पर तत्परता

दुर्ग [भिलाई]।   उल्टी-दस्त की जानकारी मिलने पर प्रभावित क्षेत्रों का महापौर नीरज पाल, कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा एवं निगम आयुक्त रोहित व्यास ने लिया जायजा, मरीजों का हाल जानने पहुंचे अस्पताल, बेहतर इलाज के दिए निर्देश, प्रभावी रोकथाम के लिए घर-घर किया जा रहा है सर्वे, उल्टी-दस्त की रोकथाम के लिए उठाए जा रहे हर जरूरी कदम

दुर्ग [भिलाई]।  भिलाई नगर पालिक निगम भिलाई के महापौर नीरज पाल, कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा एवं निगम आयुक्त रोहित व्यास ने उल्टी-दस्त से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। इस दौरान घर-घर सर्वे के निर्देश दिए गए तथा लक्षण वाले मरीजों की पहचान कर उन्हें दवाइयां उपलब्ध कराने तथा मरीजों की स्थिति के मुताबिक जिन्हे चिकित्सा की आवश्यकता है, उन्हें बेहतर उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराने कहा गया। वृंदा नगर कैंप क्षेत्र एवं जेपी नगर क्षेत्रों में उल्टी-दस्त के मरीज मिले हैं, जिनका अस्पतालों में अनुभवी चिकित्सकों की देखरेख में इलाज किया जा रहा है, जिसके चलते 5 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे मरीजों से मिलकर सभी से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गई तथा बेहतर से बेहतर इलाज के निर्देश दिए गए। स्पॉट पर ही प्रभावी रोकथाम के लिए निगम व स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे कर रोकथाम के हर जरूरी उपाय कर रही है। उल्टी-दस्त होने के कारणों का पता लगाया जा रहा है। निगम प्रशासन को सूचना मिलते ही मौके पर निगम की टीम ने प्रभावित वार्ड क्षेत्र एवं मोहल्ले का सघन निरीक्षण किया है, निगम की टीम मौके पर मौजूद है। निगम व स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर सर्वे कर रही है तथा जिंक टैबलेट और ओआरएस के पैकेट वितरित किए जा रहे है, प्रभावित घर, वार्ड व आसपास में भी सर्वे कराया जा रहा है तथा क्लोरीन टेबलेट का वितरण किया जा रहा है, मुनादी के माध्यम से पानी उबालकर पीने, साफ पानी पीने, ताजा व गर्म भोजन ग्रहण करने प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। सफाई के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। सभी घरों में पेयजल की जांच की जा रही है। प्रभावित क्षेत्रों के घरों एवं आसपास के क्षेत्रों से पानी का सैंपल लेकर लैब टेस्ट करवाया जा रहा है। शुद्ध पानी सप्लाई के लिए पानी टैंकरों की व्यवस्था की गई है। प्रभावित क्षेत्रों में निरीक्षण के दौरान मुकेश चंद्राकर, महापौर परिषद के सदस्य एवं स्वास्थ्य प्रभारी लक्ष्मीपति राजू, धर्मेंद्र यादव एवं स्थानीय पार्षद, निगम के अधिकारी अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी, स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा, जोन आयुक्त एवं निगम के अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे।

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डायरिया मरीजों को राहत देने स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर, 24 घंटे रखी जा रही निगरानी

दुर्ग भिलाई शहर के वृन्दानगर, जे.पी.नगर, शारदापारा और न्यू संतोषीपारा केम्प क्षेत्र के आसपास डायरिया की स्थिति को देखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.पी. मेश्राम ने 60 ए.एन.एम., 11 सुपरवाईजर एवं 03 बीईटीओ, 25 मितानिनो की डयूटी लगाई गई है। प्रतिदिन ए.एन.एम. गृह भेंट दो पालियों ड्यूटी लगाई गई है जिन्हे वार्डवार डायरिया के मरीज को अस्पताल भेजने की व्यवस्था कर स्वस्थ्य शिक्षा एवं मामूली दस्त होने पर ओ.आर.एस.घोल बनाने की विधि एवं दवा वितरण करने कहा गया है।

कन्ट्रोल रूम की यू.पी.एच.सी. बैकुण्ठधाम में व्यवस्था की गई है। आपातकालीन नं. 0788-4230397 से संपर्क किया जा सकता हैं। अस्पताल में चौबीस घंटे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध रहेगी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला दुर्ग के आदेशानुसार नोडल अधिकारियों को विभिन्न कार्यो का प्रभारी बनाया गया है। रिपोर्टिग हेतु आईडीएसपी नोडल डॉ. एस. के. मेश्राम, शहरी हमर कलीनिक के डॉक्टरों की डयूटी लगाई गई है। प्रबंधन हेतु डॉ एस. के जामगडे की ड्यूटी औषधि एवं अन्य सामग्री प्रबंधन हेतु डीपीएम श्री पद्माकर षिंदे, शासकीय व निजी संस्था की रिपोर्ट एकत्रित कर मुख्य चिकित्सा एवं स्वा. अधिकारी को करना सुश्री रितिका सोनवानी एपिडेमिलाजिस्ट की ड्यूटी लगाई गई है।
अस्पताल जहॉ मरीज भर्ती है- शहरी प्राथमिक स्वा. केन्द्र बैकुण्ठधाम भिलाई में, सिविल अस्पताल सुपेला भिलाई, पं.ज.ला.ने.चिकि.एवं अनु.केन्द्र सेक्टर 9 भिलाई, भिलाई नर्सिग होम भिलाई, जिला चिकित्सालय दुर्ग, अम्बे अस्पताल पावर हाउस भिलाई, बी. एम. शाह अस्पताल भिलाई इत्यादि। इनमें कुल 91 मरीज भर्ती हुए उनमें से अब तक 21 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं।