बड़ी ख़बर

फिर भी जोर जुगाड़ से चल रही बेखौफ पशु तस्करी

फिर भी जोर जुगाड़ से चल रही बेखौफ पशु तस्करी

 

सतना जिले ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के लिए पशुओ की तस्करी नासूर बनती जा रही है। जिले की पुलिस द्वारा छुटपुट कार्रवाई तो की जाती है लेकिन फिर भी पशु तस्करों पर लगाम नहीं लगा पा रही है। विगत कुछ महीनें पहले सतना में पदस्थ हुए एसपी आशुतोष गुप्ता से जिले की आम जनता को यह अपेक्षा थी कि एसपी साहब द्वारा पशु तस्करी में लगाम लगाई जायेगी ,लेकिन पशु तस्करी के नेटवर्क रोक पाने में जिले की पुलिस को सफलता नहीं मिल पाई है। आये दिन पशु तस्करों की गाडिय़ां तो पकड़ी जाती हैं। लेकिन फिर देखते ही देखते मामला रफा-दफा हो जाता है। जानकारों की मानें तो प्रतिदिन पशु तस्करों की गाडिय़ा सतना जिले के रास्ते से यूपी की सीमा में प्रवेश करती हैं। लेकिन रात ड्यूटी में पदस्थ पुलिस कर्मियों द्वारा इन तस्करों को पकड़ पाना मुश्किल हो जाता है। इतना ही नहीं जिले में सिर्फ आनू मुसलमान बस पशु तस्कर नहीं है इसके आवाला भी कई मास्टर माइंड तस्कर हैं जो परदे की पीछे बैठकर खेल कर रहे है। आगामी दिनों में बड़े पशु तस्करों के भी नाम उजागर होगें।

गंगा अहिरवार ने कबूला आनू मुसलमान का नाम

यह पहला मामला नहीं है कि जब पकड़े गये तस्करों ने आनू मुसलमान का नाम कबूला है। इसके पहले भी कई बार आनू मुसलमान का नाम पशु तस्करी में सामने आया है। विगत दिवस नादन,अमरपाटन और बैरियर तोड़ते हुए एक गाड़ी रामपुर थाने में पकड़ी गई। पकड़ा गया व्यक्ति सिविल लाईन थाना क्षेत्र के अमौधा का रहने वाला अपना नाम गंगा अहिरवार ने बताया। पुलिस द्वारा पूंछतांछ में बताया कि यह गाड़ी खूंथी निवासी आनू मुसलमान की है। अब सवाल यह उठता है कि पुलिस विभाग को इन तस्करों के खिलाफ कितने सबूत चाहिए, आखिर पुलिस विभाग द्वारा आनू जैसे शातिरों के उपर शख्त कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।

 

cg

पुलिस की भूमिका पर उठ रहे सवाल

जिले की पुलिसिया कार्रशैली पर लगातार सवालिया निशान उठ रहे हैं। यह हम नहीं कह रहे हैं। यह पुलिस विभाग द्वारा की गई कार्रवाई कह रहीं है क्यों कई बार पुलिस आला कमान द्वारा कई पुलिस कर्मियों को पशु तस्करी मामले में जुड़ें होने के बाद निलंबित भी किया गया है। अगर पुलिस प्रशासन चाहे तो पशु तस्करी बंद हो सकती है। सूत्रेां की मानें तो सतना पुलिस विभाग में पशु तस्करों को बचाने के लिए एक गिरोह सक्रिय हैं जिनके तार उपर तक जुड़ें होने की जानकारी सामने आ रही है। अब इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा।

ऐसे तस्करों के उपर यूपी की तर्ज में होनी चाहिए कार्रवाई

बार-बार पशु तस्करी में नाम सामने आने के बाद आनू मुसलमान के उपर जिला प्रशासन को बुल्डोजर लगातार घर गिराने की जरूरत है। कहीं न कहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सीख लेने की जरूरत है। आखिर ऐसे व्यक्तियों के उपर आज तक शख्त कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा क्यों नहंी की जा रहीं है। अगर यूपी की तर्ज पर एक बार कार्रवाई हो जाये तो शायद पशु तस्करी बंद हो सकती है।