गोरखपुर, । कुशीनगर व महराजगंज जिले की क्रमश: 13 व 14 वर्ष की दो छात्राएं चार दिन पूर्व रामगढ़ताल की जेट्टी पर बैठी मिलीं। दोनों ही चिंतित दिख रही थीं। दोनों को यही शिकायत कि उनके ब्वाय फ्रेंड ने उन्हें धोखा दिया है। साथ जीने-मरने की कसमें खाकर अब वह किसी और लड़की को अपनी बाइक पर घुमा रहा है। दोनों लड़कियां शहर के एक हास्टल में रहती हैं और यहां एक ही स्कूल में पढ़ती हैं। दोनों अफसोस जता रहीं थीं कि वेलेंटाइन वीक का पहला दिन ही खराब हो गया। उन्होंने क्या-क्या तैयारियां की थीं, लेकिन धोखेबाज प्रेमी के चलते सब किये-धरे पर पानी फिर गया।

नौकायन के जेट्टी पर लगता है दिलजलों का मेला
जेट्टी में दिन ढलने के समय किनारे इन दोनों बच्चियों को देखकर महिला पुलिस भी हैरान रह गई। दोनों वहां किस कारण से गई हैं, पूछने पर सकपकाने लगी। पुलिस ने उनकी मम्मी-पापा को फोन लगाने लगी तो डरकर दोनों ने सारी सच्चाई बता दी। फिलहाल महिला पुलिस ने उनके परिजनों को सूचना दी। दोनों ने वादा किया कि उनसे अब ऐसी कोई गलती नहीं होगी। पुलिस ने भी उन्हें समझाया कि यह उम्र पढ़ाई की है, प्यार करने की नहीं। ऐसे एक दो नहीं, बल्कि 1440 लव बर्ड्स को पुलिस ने बीते एक जनवरी से 12 फरवरी के बीच चेतावनी देकर छोड़ा है। पुलिस ने करीब डेढ़ माह की इस अवधि में पुलिस 5067 लोगों को चेक कर चुकी है। इसमें अधिकांश बालिग मिले हैं। आपसी सहमति से कहीं एक दूसरे के साथ बैठे हैं तो पुलिस ने उन्हें परेशान भी नहीं किया, लेकिन रोका-टोका जरूर।
11वीं व 12वीं में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं की संख्या अधिक

पुलिस के मुताबिक प्यार का गलत मतलब निकालने वालों में 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों में अधिकांश 11वीं व 12वीं में पढऩे वाले छात्र-छात्राएं हैं। नौंवी व 10वीं में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं की संख्या कम है, लेकिन यह भी अक्सर शहर के व्ही पार्क, रामगढ़ताल, इंदिरा बाल बिहार, कंपनी गार्डेन, रेल म्यूजियम में अपने ब्वाय फ्रैंड व गर्ल फ्रैंड के साथ मिल जाते हैं। पुलिस इन लव बर्डस को समझाती है, लेकिन इसमें बड़ी भूमिका अभिभावकों की हैं। उन्हें ध्यान देना होगा कि घर से स्कूल जाते वक्त, दवा लेते जाते वक्त उनके बच्चे कहां जा रहे हैं। वह कहीं कुछ गलत तो नहीं कर रहे हैं?
व्ही पार्क में भी भीड़
पार्क में अपने जीजा के साथ मिली। लड़की जीजा को पहले अपना भाई बता रही थी। पुलिस को कुछ संदेह हुआ तो पुलिस ने परिजनों से बात कराने के लिए कहा तो दोनों सकपकाने लगे। बाद में बताया कि वह जीजा-साली हैं। बाद में उनके घर वाले भी पहुंच गए और दोनों को डांट-फटकार के साथ अपने घर ले गए।
इस तरह चकमा दे रहे बच्चे
11वीं में पढऩे वाली छात्राएं परिजन से यह बता कर निकलीं कि वह अपनी सहेली के यहां पढऩे जा रही हैं। बाद में दोनों ब्वाय फ्रैंड के साथ रेल म्यूजियम के पास देखी गईं। पुलिस ने उनके अभिभावकों को फोन करके बुलाया और बच्चों को चेतावनी देकर छोड़ दिया।
18 वर्ष कम उम्र के बच्चे मोबाइल व फिल्में देखकर बिगड़ रहे हैं। उनके अभिभावकों को थोड़ी सावधानी अपनानी चाहिए। उन्हें बच्चों का दोस्त बनकर समझाना चाहिए कि यह उम्र प्यार नहीं, बल्कि पढ़ाई की है। इसके अलावा बच्चों पर नजर रखनी चाहिए कि वह बच्चे कर क्या रहे हैं। – सोनम कुमार, पुलिस