होटल प्रथम के संचालक ने नहीं रिसीव की नगर निगम की नोटिस

सतना |नगर पालिक निगम सतना में वर्तमान में दबंगों का बोलवाला चल रहा है। नगर निगम में कई ऐसे कर्मचारी सालों से पदस्थ हैं जो आम जनता की जीवन के साथ लगातार खिलवाड़ कर रहे हैं।आखिर नगर निगम अमला नीतेश चतुर्वेदी जैसे दबंगों के सामने आखिर क्यों बैकफुट में आ जाते हैं। शहर के वार्ड नं.3 स्थित गढिया चौराहा आम जनता के लिए धीरे-धीरे मुसीबत बनता जा रहा है। होटल प्रथम के संचालक नीतेश चतुर्वेदी द्वारा नियम विरूद्ध तरीके से होटल वनबाये जाने व सरकारी नाले के उपर कब्जा करने की शिकायत उदयभान चतुर्वेदी द्वारा शिकायत नगर निगम आयुक्त से की गई थी। जिसे संज्ञान लेते हुए नगर निगम द्वारा होटल संचालक नीतेश चतुर्वेदी को नोटिस दी गई, लेकिन जानकारी के मुताबिक होटल संचालक ने नोटिस लेने से मना कर दिया। इतना ही नहीं अगर कोई भी नोटिस नहीं लेता है तो उसके घर में नोटिस चिपका दिया जाना चाहिए। लेकिन नगर निगम सतना के कर्मचारी होटल संचालक के सामने बैकफुट पर आ गये। सूत्रों की मानें तो इस मामले में अतिक्रमण अधिकारी रमाकांत शुक्ला द्वारा नोटिस तो जारी की गई। लेकिन इसके बाद मामले को रफा-दफा कर दिया गया। अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं होती है तो आगे के समय में नगर निगम के खिलाफ आम जनता लामबंद होगी। व जिला कलेक्टर अनुरॉग बर्मा से मामले की शिकायत की जायेगी।
नोटिस में होटल निर्माण संबंधी मांगे गये थे दस्तावेज

नगर निगम द्वारा जारी की गई नोटिस में होटल संचालक नीतेश चतुर्वेदी से होटल निर्माण संबंधी दस्तावेज मांगे गये थे। भवन संबंधी स्वामित्व अभिलेख जिसमें रजिस्ट्री,खसरा व भवन अनुज्ञा संबंधी स्वीकृत मानचित्र सहित अन्य दस्तावेज होटल संचालक से उपलब्ध करने नोटिस दी गई थी। अन्यथा नगर निगम अधिनियम 1958 के प्रावधान अनुसार कार्रवाई की जायेगी। होटल संचालक द्वारा नोटिस न लेने से कई तरह के सवाल उठने लगे हैं।
आखिर शिकायतों को क्यों दबा रहे नगर निगम के अधिकारी
शहर के गढिय़ा चौराहे में हुए अतिक्रमण के संबंध में नगर निगम अतिक्रमण प्रभारी के पास कई बार शिकायत की गई है। लेकिन नगर निगम द्वारा हर वार आम जनता की शिकायत को दरकिनार कर मामले को रफा-दफा कर दिया गया है। और लगातार शासन के नियमों की बलि चढ़ रही है।